सेना के अधिकारी का किसी महिला के चक्कर में फंसने का हाल ही में दूसरा मामला प्रकाश मे आया है। रूस में पदस्थ भारतीय नौसेना के अफसर सुखजिंदर सिंह के एक रूसी जासूस महिला के साथ संबंधों का खुलासा उनके फोटोग्राफ के जरिए हो गया था। सिंह को इस मामले में दोषी भी पाया गया था और उसका करीब दस माह पहले कोर्ट मार्शल भी हुआ था।भारतीय सेना के एक और अधिकारी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चंगुल में फंसने का मामला उजागर हुआ है। मिलिट्री कोर्स के लिए ढाका भेजे गए एक लेफ्टिनेंट कर्नल को कथित तौर पर आईएसआई के जाल में फंसने के बाद भारत वापस बुला लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, इस अधिकारी को मिलिट्री एकेडमी ऑफ बांग्लादेश में प्रशिक्षण के लिए ढाका भेजा गया था। वहां सिंतबर में उसकी मुलाकात एक महिला से हुई। इसके बाद सैन्य अधिकारी की उस महिला से और भी कई मुलाकातें होती रहीं। महिला के चक्कर में उसे फंसाने की पूरी योजना के पीछे आईएसआई का होना तब सामने आया जब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने लेफ्टिनेंट कर्नल को उसके साथ कुछ फोटो दिखाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इस अधिकारी ने भारत सरकार को जानकारी दी है कि आईएसआई ने फोटो और बातचीत की रिकॉर्डिंग से डराकर उस पर पाक के लिए जासूसी करने का दबाव बनाया। सूत्रों के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के इस अधिकारी ने इसका खुलासा ढाका में भारतीय उच्चायोग के समक्ष कर दिया। इसके बाद उसे ढाका से भारत वापस भेज दिया गया। उसके खिलाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश भी दे दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, अब जांच में यह पता लगाया जाएगा कि इस अधिकारी ने मामले का खुलासा करने से पहले आईएसआई से कोई जानकारी साझा तो नहीं की। आईएसआई के दबाव में उसने कितने दिनों तक मौन साधे रखा, इसकी पूछताछ भी उससे की जाएगी।