फर्रुखाबादः थाना नबावगंज के ग्राम बबुरारा निवासी रमेशचन्द्र की पुत्री ज्योती को थाना छिबरामऊ के ग्राम जोधापुर नंदलाल निवासी पति अनूप पुत्र स्व0 विजय द्विवेदी ने अपनी पत्नी ज्योती को घर से निकाल दिया।
पीड़ित ज्योती ने बताया कि पिछले वर्ष मेरी शादी अनूप तिवारी के साथ हुई थी। शादी के पांच माह बाद ही मेरे पति अनूप व उनकी मां ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। सास मेरे पति अनूप से आये दिन पिटवाती थी तथा मायके से दहेज में दो लाख रुपये व झुमकी लाने के लिए दबाव बनाती थीं। मेरे पति अनूप शराब पीते हैं व मारपीट व जान से मारने की धमकी भी देते हैं। उन लोगांे ने इसकी शिकायत मायके वालों से भी नहीं करने दी।
किसी तरीके से मेरे पिता रमेशचन्द्र दीक्षित को मारपीट करने की जानकारी हुई तो वह मुझसे मिलने ससुराल पहुंचे व मुझे मायके ले जाने की बात ससुराल वालों से कही। इस बात से मेरी सास बाला द्विवेदी, ताऊ देवीशरण, बहनोई मनोज, ननद रीता व विनीता आदि ने इकट्ठे होकर मेरे पिता को बुरी तरीके से मारापीटा। साथ में मेरा छोटा भाई भी था। बाद में जान से मारने की धमकी दी। मेरे पिता जैसे-तैसे मुझे मायके ले आये। कुछ समय बाद रिश्तेदारों ने आपसी समझौता करा दिया।
ज्योती ने बताया कि समझौते के बाद जब मैं दोबारा मायके पहुंची तो एक बार मेरे सपनों पर फिर पानी फिर गया। पति व उनके परिजनों ने दोबारा मुझे मारना पीटना शुरू कर दिया। मारने पीटने के बाद अनूप किसी काम के बहाने मुझे अपने बहनोई के यहां ग्राम गदनपुर ले गये। वहां भी मुझे बुरी तरीके से मारापीटा। पीटने के दौरान अनूप के बड़े बहनोई ने मुझे बचाने का प्रयास किया तो उन पर भी अनूप ने गलत आरोप लगा दिये। मैं किसी तरह से अपने घर पहुंची।
ज्योती के पिता रमेशचन्द्र दीक्षित व भाई चंदन दीक्षित आज गुलाबी गैंग कमांडर अंजली यादव के साथ पुलिस अधीक्षक से मिली व लिखित प्रार्थनापत्र दिया। पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही के आदेश दिये।