नई दिल्ली. गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने फिर हुंकार भरी है। अन्ना ने गुरुवार को अपनी टीम की दो दिनों तक चली कोर कमिटी की बैठक खत्म होने पर ऐलान किया कि संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने तक अगर लोकपाल बिल पास नहीं हुआ तो 27 दिसंबर से अनशन होगा। अनशन के साथ-साथ एक जनवरी से पूरे देश में जेल भरो आंदोलन शुरू होगा।
शीतकालीन सत्र का तय समय कम पड़ता है तो सत्र की अवधि बढ़ाना चाहिए।’ दूसरी तरफ, मुंबई में टीम अन्ना के एक सदस्य प्रफुल्ला वोरा ने कहा है कि 27 दिसंबर से अन्ना मुंबई में अनशन करेंगे। टीम के सदस्य यह भी कहना है कि 26 दिसंबर को अन्ना मुंबई रवाना होंगे। टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसोदिया और मयंक गांधी मुंबई के आज़ाद मैदान का शुक्रवार को मुआयना करेंगे।
अन्ना ने इस दौरान उन राजनीतिक दलों के खिलाफ चेतावनी जारी कर दी, जो मजबूत लोकपाल के खिलाफ हैं। अन्ना ने कहा, ‘संसद में जो-जो पार्टियां मजबूत लोकपाल का विरोध कर रही हैं, उन पार्टियों के सांसदों के घरों के बाहर धरना प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि इसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी के घर के बाहर भी धरना होगा। अगर धरना दे रहे लोगों को पुलिस गिरफ्तार करती है तो करे। पूरे देश की जनता जेल भरो आंदोलन में हिस्सा ले। जिन जिन लोगों को लगता है कि लोकपाल आना चाहिए और जेल भरो आंदोलन में हिस्सा लेना चाहिए।’ अन्ना ने कहा है, ‘गरीबों के लिए प्राण भी जाए तो परवाह नहीं। जब तक मजबूत लोकपाल नहीं आएगा, अनशन जारी रहेगा।’
लेकिन अन्ना ने यह भी कहा है कि अगर मजबूत कानून बनता है 27 दिसंबर को ‘कृतज्ञता दिवस’ के तौर पर मनाया जाएगा और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मजबूत लोकपाल कानून बना तो सरकार के प्रतिनिधि को बुलाकर गुलाब का फूल भेंट किया जाएगा।