‘कौन बनेगा करोड़पति’ में पहली बार पांच करोड़ जीतकर इतिहास रचने वाले बिहार के सुशील कुमार को अभी तक ईनामी राशि के चेक का इंतजार है। सुशील के पास देश भर से, यहां तक कि विदेशों से भी आर्थिक मदद के लिए लोग गुहार कर रहे हैं। ऐसे में सुशील को समझ नहीं आ रहा है कि वो इस परिस्थिति से कैसे निपटें।
एक अंग्रेजी दैनिक ने सुशील से बातचीत के आधार पर खबर दी है कि उनके पास हजार रुपये लेकर 5-6 लाख रुपये तक मदद के लिए चिट्ठियां आ रही हैं। सुशील को श्रीलंका में रह रहे एक भारतीय परिवार का खत मिला है जिसने सुशील से आर्थिक मदद की गुहार की है। सुशील के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वो समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर गुहार करने वाले लोग वाकई जरूरतमंद हैं या नहीं, इसका पता कैसे चल सकेगा।
मोतीहारी के रहने वाले सुशील के पास ‘जरूरतमंदों’ के खत तो आ ही रहे हैं, कुछ लोग पैसे मांगने उनके घर भी पहुंच रहे हैं। बकौल सुशील लोग बिना बताए कभी भी घर धमक आते हैं। घरवालों को इससे काफी दिक्कत हो रही है। ईनामी राशि के बारे में सुशील ने बताया, ‘मुझे अभी तक एक पैसा भी नहीं मिला है। मुझे चैनल की ओर से न तो कोई सूचना दी गई है न ही कोई फोन आया है कि यह रकम किस तरह मेरे पास पहुंचेगी।’
सुशील को यह भी नहीं पता कि टैक्स वगैरह काटने के बाद उन्हें कितनी रकम मिलने वाली है। लेकिन इस रकम को खर्च करने को लेकर सुशील कुमार का नजरिया बिल्कुल साफ है। सुशील कहते हैं, ‘मैं उन लोगों को पैसे क्यों दूं, जिन्हें मैं जानता तक नहीं? मैं इस रकम का इस्तेमाल अपने करीबियों की मदद के लिए करूंगा। लेकिन सबसे पहले मेरे परिवार की और खुद मेरी हालत सुधारनी है। अभी हमारे घर की मरम्मत करनी है। हम पैसे का इंतजार कर रहे हैं।’
सुशील कहते हैं, ‘शुक्र है कि अभी तक मुझे रंगदारी देने के लिए किसी ने नहीं धमकाया है और इसका श्रेय मीडिया को जाता है जिसने केबीसी में मेरी जीत को राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। इस तरह मैं रंगदारी देने से बच गया लेकिन मदद मांगने के लिए रोज घर पहुंचने वालों से मेरे परिवार की निजता में बाधा आ रही है।’