पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर राज्यों में चुनाव फरवरी में होने हैं। निर्वाचन आयोग इस बात की तैयारी कर रहा है यूपी और गोवा के विधानसभा चुनाव भी के साथ करा लिए जाएं। ऐसे में बहुत संभव है कि फरवरी में ही पांचों राज्यों के चुनाव कराए जाएं। सूत्रों के मुताबिक यूपी और गोवा के चुनाव वक्त से पहले कराए जा सकते हैं।
विदित है कि पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड विधानसभा का कार्यकाल मार्च 2012 में खत्म हो रहा है इसलिए यहां फरवरी के महीने में चुनाव कराए जाने हैं। दूसरी ओर यूपी विधानसभा का कार्यकाल 21 मई को जबकि गोवा का कार्यकाल जून में खत्म होगा। इन दो राज्यों में पहले अप्रैल में चुनाव कराए जाने की सुगबुगाहटें थीं लेकिन सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग पांचों राज्यों के चुनाव एक साथ फरवरी में ही कराने पर विचार कर रहा है।
यूपी में समय से पहले चुनाव की अटकलें तब भी लगी थीं जब मुख्यमंत्री मायावती के विधानसभा भंग कराने की खबरें हवा में थीं। बाद में माया ने खुद विधानसभा भंग कराने की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया। बसपा चाहती थी कि उत्तर प्रदेश में अप्रैल में चुनाव हों क्योंकि मार्च महीने में बच्चों की परीक्षा के चलते छात्र-छात्राओं को दिक्कत उठानी पड़ सकती है। दूसरी ओर बाकी दल चाहते थे कि फरवरी में ही चुनाव हों। अब सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आयोग बसपा की मांग खारिज कर फरवरी में ही वहां चुनाव करा सकता है।