टीईटी पास मोअल्लिम बनेंगे सीधे उर्दू शिक्षक

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अध्यापक अर्हता परीक्षा (टीईटी) पास मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वालों को बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापक की सीधे नौकरी देने की तैयारी है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में उर्दू अध्यापकों के रिक्त 3480 पदों को चिह्नित कर लिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारियों से इन पदों का सत्यापन कराया जा रहा है।

 

बीएसए से सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद इनकी भर्ती के लिए विज्ञापन निकाल कर जिलास्तर पर आवेदन लेकर भर्तियां की जाएंगी। विदित है कि प्रदेश में 1994-95 में बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग वालों को शिक्षक बनाया गया था। इसके बाद सरकार ने इस उपाधि को अपात्र मान लिया जिसके चलते डिग्रीधारकों ने हाईकोर्ट से राहत प्राप्त कर ली, लेकिन सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई।  मुख्यमंत्री मायावती ने 29 जून-11 को इस उपाधि को पुन: उर्दू शिक्षक बनने के लिए पात्र मान लिया।

 

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय हुआ कि 1997 से पहले मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वाले शिक्षक के लिए पात्र होंगे।  इसके आधार पर ही इन डिग्रीधारकों को टीईटी में बैठने की अनुमति दी गई थी।  टीईटी का रिजल्ट निकलने के बाद अन्य वर्गों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए, लेकिन मोअल्लिम-ए-उर्दू और डिप्लोमा इन उर्दू टीचिंग करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया गया।

सूत्रों का कहना है कि इनके लिए अलग से भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें टीईटी पास करने वाले आवेदन के पात्र होंगे। उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए मेरिट काफी कम जाएगी, क्योंकि इसमें बहुत कम पास हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि जितने भी पास हुए हैं, उनमें सभी को नौकरी मिलने की संभ  वना है। इसीलिए जिला स्तर पर तैयार की गई रिक्तियों की सूची का बीएसए से सत्यापन कराया जा रहा है।


कहां कितने पद?

हाथरस, फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, महोबा व हमीरपुर में 20-20, प्रबुद्धनगर, उन्नाव, रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर खीरी, कौशांबी, प्रतापगढ़, झांसी, ललितपुर, जालौन, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर, मऊ, बलिया, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, सीएसएम नगर, बलरामपुर व श्रावस्ती में 21-21, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कांशीरामनगर, जेपीनगर, गौतमबुद्धनगर, कानपुरनगर, कानपुर देहात, कनौज, औरैया, इटावा में 22-22 तथा अलीगढ़, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, भीमनगर, रामपुर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, पंचशीलनगर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, लखनऊ, सीतापुर, इलाहाबाद, आजमगढ़, देवरिया, संत कबीर नगर, बाराबंकी, गोंडा व बहराइच में 100-100 पद हैं।