सीबीआई टीम के सामने एनआरएचएम घोटाले की जानकारियां आने लगी हैं। एनआरएचएम में जो घोटाला हुआ, उसकी रकम को घोटालेबाजों ने अपने करीबियों की शिक्षण संस्थाओं में लगा दिया। कानपुर की दो शिक्षण संस्थाओं में काली कमाई के करोड़ों रुपये निवेश किए गए हैं। सीबीआई सूत्रों के अनुसार इन संस्थानों के तार बसपा सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा से जुड़े हैं।
कानपुर की दो शिक्षण संस्थाओं में पिछले कुछ अरसे के दौरान कई सौ करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इनमें से एक संस्था इंजीनियरिंग की शिक्षा से जुड़ी है तो दूसरी संस्था जो कुछ समय पहले तक सिर्फ एक कोचिंग सेंटर थी, अब इस संस्था को विश्वविद्यालय का दर्जा भी हासिल हो चुका है। उसकी कई शाखाएं अब विभिन्न प्रांतों में खुल चुकी हैं।
शिक्षा विभाग भी पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस शिक्षण संस्था पर खासा मेहरबान रहा और उसे कई तरह की मान्यताएं भी दी गईं। खास बात यह है कि इस संस्था से संचालन से जुड़े एक अधिकारी बाबू सिंह के नजदीकी रिश्तेदार भी बताए जा रहे हैं। सीबीआई के सूत्र बताते हैं कि इन संस्थाओं में घोटाले की रकम के निवेश की जानकारी की बात नवंबर में ही सामने आ गई थी, इसकी जांच चल रही थी और अब सीबीआई के पास इसके साक्ष्य भी आ गए हैं कि कब कितनी रकम इस संस्था में निवेश हुई।