फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश में टीईटी से की जाने वाली प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति ‘माया’ बटोरने का साधन बन गई है। पहले टेट परीक्षा कराकर लगभग 40-50 करोड़ की रकम परीक्षा फार्म से वसूली गयी और अब नियुक्ति के लिए आवेदन के साथ लिए जाने वाले शुल्क से लगभग ५० करोड़ की रकम आने की सम्भावना है| उत्तर प्रदेश में टेट से लगभग 100 करोड़ से ज्यादा की “माया” मायावती सरकार के खाते में आएगी|
देखें कुछ इस तरह से होगी बेरोजगारों से माया की आवक-
टीईटी परीक्षा से आमदनी
प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को कराई गई टीईटी(शिक्षक पात्रता परीक्षा) की प्राथमिक व उच्च प्राथमिक परीक्षा के लिए 11.50 लाख आवेदन पत्र भरे गए थे।
आवेदन पत्र भरे गए 11.50 लाख
सामान्य व पिछड़ी जाति का शुल्क- 500 रुपये।
अनुसूचित जाति/जनजाति का शुल्क-250 रुपये।
विकलांग अभ्यर्थी-निशुल्क
उदाहरण के लिए: सामान्य व पिछड़ी जाति के अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र- 08 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 40 करोड़।
अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र-03 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 7.50 करोड़।
विकलांग अभ्यर्थियों की संख्या- 50 हजार। इनके लिए शुल्क माफ था।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से फीस
अभ्यर्थी को पांच जिलों में आवेदन करने की छूट दी गई है एक आवेदन को अभ्यर्थी को 500 रुपये शुल्क देना होगा।
प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। एक आवेदक को पांच जिलों में आवेदन की छूट है। सामान्य व पिछड़ी जाति के लिए एक जिले में आवेदन का शुल्क 500 रुपये। अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थी का शुल्क 200 रुपये। विकलांग अभ्यर्थी निशुल्क।
उदाहरण के लिए- सामान्य व पिछड़ी जाति के 02 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 2500 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 50 करोड़।
अनुसूचित जाति/जनजाति के 55 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि ये सभी 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 1000 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 5.50 करोड़।
विकलांग उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या 15 हजार 806, इनसे कोई शुल्क नही लिया जायेगा।
25 नवंबर को घोषित रिजल्ट में प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 53 तथा उच्च प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 9 हजार 789 अभ्यर्थी सफल हुए थे। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की घोषित प्रक्रिया में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी पात्र है।
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्त्ती प्रक्रिया ‘माया’ बटोरने का साधन बनेगी। इससे सरकार को लगभग 1.3 अरब से अधिक की राशि प्राप्त होने की सम्भावना है। सम्भावना है कि टीईटी उत्तीर्ण हर अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी पांच जिलों में आवेदन करेगा।