फर्रुखाबाद:(कायमगंज)|| अवैध कब्जे को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। काफिला रोकने को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं व कोतवाल के बीच तीखी नोक झोंक हुई।
ग्राम सभाओं की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जों को लेकर आक्रोषित भाकियू कार्यकर्ताओं ने शनिवार को तहसील मुख्यालय पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया। भाकियू कार्यकर्ता विशेष सचिव को लेकर जा रहे थे तभी कोतवाल विजय बहादुर ने कार्यकर्ताओं का काफिला रोक दिया इसको लेकर भाकियू कार्यकर्ता बिगड़ गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं व कोतवाल के बीच नोक झोक शुरू हो गई। मामला शांत होने के बाद कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पहुंच कर अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
भाकियू कार्यकर्ताओं की मांग थी कि ग्राम बल्लू भेंटा भगवानपुर पर सरदारों द्वारा किए गए अवैध कब्जे का हटाकर जमीन की पैमाइश कराई जाए। शमसावाद के नगला देवीदास की जमीन पर भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। जिसे मुक्त कराया जाए, तराई क्षेत्र की अधिकांश सड़के टूटी पड़ी है जिससे गन्ने की फसल चीनी मिल तक नहीं पहुंच पा रही है। नहरों में पानी नहीं आ रहा हैं जिससे फसल बराबादी की कगार पर पहुंच गई है। गन्ने का पेराई सत्र शुरू हो जाने के बाद भी गन्ने की खरीद नहीं शुरू की गई है। शमसाबाद थाने में 311 भाकियू कार्यकर्ताओं के बिरूद्ध दर्ज मुकद्दमा वापस लिया जाए। भाकियू कार्यकर्ता चिलौली निवासी नटवर को झूठे मुकद्दमे में जेल भेजा गया हैं जिसे तत्काल वापस लिया जाए।
मंडी समिति कायमगंज में लहशन खरीद 40 किलों ग्राम की जगह 45 किलो तौली जा रही है। ऐसे आढ़तियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। एसडीएम डा महेन्द्र कुमार मिश्रा ने उन्हें कार्यवाही का आश्वासन देते हुए तहसीलदार कोतवाल तथा राजस्व निरीक्षक को तत्काल पैमाइश कर कार्यवाही के निर्देश दिए। एसडीएम के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।