फर्रुखाबाद: सपा की आपसी गुटबाजी थमने का नाम नही ले रही है । नेतृत्व ने समय रहते नेताओ पर शिकंजा न कसा तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका सीधा प्रभाव प्रत्याशी पर पडेगा नतीजतन दूसरे दल इसका फायदा उठाने में सफल हो जायेंगें|
कायमगंज में सपा के नगर अध्यक्ष की ताजपोशी को लेकर यहा सपा में गुटबाजी शुरू हुई थी । करीब डेढ बर्ष पूर्व शुरू हुई गुटबाजी थमने के बजाय बढती ही चली गयी । सपा की आपसी फूट तब और अधिक खुलकर आई जब सपा नेतृत्व की ओर से यहा से अजीत कठेरिया को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया ।
कायमगंज सुरक्षित सीट होने के करण पार्टी के वरिष्ठ नेता खुद तो चुनाव नही लड नही सकते थे । इस लिये सभी नेता अपने अपने चहेतों को टिकट दिलाने जोड तोड करने लगे । पार्टी संगठन में खास पैठ होने के कारण अजीत कठेरिया दाव मार ले गये यह अधिकांश नेताओ को ना गवार गुजरा और पार्टी की आपसी फूट सडक पर आने लगी । सपा की आपसी फूट पार्टी मुखिया मुलायमसिंह यादव के जन्म दिन पर देखने को मिली । जहा दो गुटों ने अपने मुखिया का अलग अलग जन्म दिन मनाया वही सपा के एक पूर्व विधायक मुलायम के जन्म दिन पर किसी भी चैनल पर दिखाई नही दिये ।
सपा प्रत्याशी अजीत कठेरिया नगर अध्यक्ष शहाब हुसैन खॉ उर्फ भैया खॉ के यहां आयोजित जन्म दिन में शामिल हुये जब कि वरिष्ठ सपा नेता रामप्रकाश उर्फ कल्लू यादव के यहां आयोजित जन्म दिन कार्य क्रम में पूर्व सपा नगर अध्यक्ष आरिफ परवेज सपा नेता संजय गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल हुये । यहां एक पूर्व विधायक जन्म दिन के मौके पर कही नजर नहीं आये इससे जाहिर होता है कि प्रत्याशी को लेकर सपा में फूट बरकरार है । समय रहते नेतृत्व ने ध्यान न दिया तो इसका खामियाजा प्रत्याशी और पार्टी दोनो को भुगतना पढेगा ।
आपसी फूट के बाबत जब सपा नगर अध्यक्ष भैया खॉ से बात की गयी श्री खॉ ने पार्टी की आपसी फूट को नकारते हुये कहा कि हम लोग नेता जी के सिपाहीं है। पार्टी में कोई गुटवाजी नही है । उन्होने इतना जरूर कहा कि जिस घर में चार बर्तन होते है । उस घर से आवाज जरूर आती है ।