बघौना की सेना के आगे नवाबगंज पुलिस असहाय

Uncategorized

फर्रुखाबाद: थाना नवाबगंज के ग्राम बघौना निवासी नवाबगंज पुलिस पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण 5  नवम्बर व 17 नवम्बर को प्रकाश में आया जब इन दिनों अलग-अलग मामलों में युवकों को भीड़ द्वारा जबरन थाने में घुसकर छुडा लेने की घटना प्रकाश में आयी| तब तब नवाबगंज पुलिस भीड़ के सामने पुलिस का रौव ख़ाक में मिल गया व घुटने टेक असहाय नजर आयी|

विदित हो कि बीते ५ नवम्बर को थाना नवावगंज के ग्राम बघौना निवासी प्रमोद कुमार साथी रघुवीर यादव के साथ गॉव के ही विमलेश यादव के साथ बिजली की केबिल हटाने के चक्कर मे विवाद हो गया था जब दोनो पक्ष सूचना देने थाने गये तो पुलिस ने दोनो पक्षो को हवालात मे बन्द कर दिया| जिससे आक्रोसित भीड थाने मे घुस गयी व जबरन दोनों युवकों को पुलिस की नज़रों के सामने नारेबाजी करते हुए ले गए|

इस घटना को बीते अभी दो सप्ताह भी नहीं हुए है कि भीड़ ने एक बार फिर थाने में तांडव किया| जिसको देख पुलिस कन्नी काटती नजर आयी| घटना अभी दो दिन पूर्व की है जव वारंटी गिरफ्तारी में पुलिस द्वारा वीरपाल जाटव उर्फ़ बाबा व अजय पाल जाटव को गिरफ्तार कर लेने पर भीड़ ने फिर इतिहास दोहराया और थाने में लगभग दो सैकड़ा लोग लाठी-डंडों से लैस होकर थाने में घुस गयी व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जाम भी लगा दिया|

मौक़ा देखकर एसओ प्रभारी जियालाल गंगवार खिसक गए थे| एक व्यक्ति वीरपाल जाटव को तो भीड़ ने छुटा लिया लेकिन अजयपाल के न मिलने पर अर्ध रात्री तक भीड़ थाने में पड़ाव डाले रही| पुलिस अधिकारियों के समझाने पर भीड़ किसी तरह से वापस बैरंग लौट गयी| लेकिन दो बार हो चुकी इस तरह की गैरकानूनी घटना के बावजूद भी आखिर नवाबगंज पुलिस मूक क्यों बन गयी| यह बाकई में सोचने का प्रश्न है|