भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की टीम और मजबूत होने जा रही है। टीम ने फैसला किया है कि वह भ्रष्टाचार के रावण को दहन के लिए वह अपना स्वयं का संविधान बनाएगी जिससे पूरी टीम नियंत्रित होगी। यानी संविधान के सभी नियम कमेटी के सदस्यों पर लागू होंगे। यही नहीं कमेटी का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम अर्हता निर्धारित की जायेगी।
टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कोर कमेटी बहुत मजबूत है और कोई इसे तोड़ नहीं सकता। लेकिन इस बात का प्रचार हो रहा है कि कोर कमेटी भंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि पर अन्ना सोचते हैं कि यह ठीक नहीं है। अगर हमलोग आरोपों के चलते मैदान छोड़ कर भागते हैं तो इससे आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा और ऐसा करना आंदोलन के लिए ठीक भी नहीं होगा।
अरविंद केजरीवाल ने हजारे के लिखित बयान को मीडिया के सामने पढ़ा और बताया कि अन्ना की राय है कि कोर कमेटी के सभी सदस्य एकसाथ चुनौतियों का सामना करेंगे। यह लड़ाई तब तक चलेगी जबतक जनलोकपाल विधेयक पारित नहीं हो जाता। भविष्य में इस आंदोलन के लिए एक संविधान भी बनाया जाएगा और उसके बाद कोर कमेटी का पुनर्गठन होगा।
केजरीवाल ने बताया कि संविधान के प्रावधानों के माध्यम से ही कमेटी व समिति के सदस्यों के लिए आवश्यक योग्यताओं का वर्णन होगा और गलत कार्यों में लिप्त रहने वाले सदस्यों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का ब्यौरा होगा। हजारे ने कहा कि उनका आंदोलन किसी दल के खिलाफ नहीं है। केजरीवाल के मुताबिक अन्ना ने कोर कमेटी के लिए नया संविधान बनाने का निर्णय इसलिए लिया, ताकि कोई उनके सदस्यों पर उंगली न उठा सके। केजरीवाल के इस बयान से पहले हजारे ने अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण और किरण बेदी से मुलाकात की।
उधर, नोएडा में बाबा रामदेव ने टीम अन्ना को सीख दी कि वह एकजुट रहे। हालांकि बाबा रामदेव ने कहा कि सिर्फ जनलोकपाल बिल से देश में भ्रष्टाचार को नहीं मिटाया जा सकता है। इसके लिए बड़े पैमाने पर सरकारी नीति में बदलाव होना चाहिए। रामदेव बोले, भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के अलावा भी अन्य लोग आंदोलन कर रहे हैं। सेक्टर-33 में चल रहे योग शिविर के समापन के बाद पत्रकारों से बातचीत में योग गुरु रामदेव ने दोहराया कि विदेश से काला धन वापस लाने के लिए जल्द प्रक्रिया प्रारंभ होनी चाहिए और इसके लिए उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के निर्माण के लिए विशेष योजना बनाई जानी चाहिए।