परिवा पर घोड़ों का नृत्य व तांगों की दौड़ का आयोजन

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फर्रुखाबाद: नेकपुर चौरासी के पुल के पास आज सैकड़ों की संख्या में घुड़सवार व तांगा चालक एकत्रित हुए| जिनमे ५ हजार से लेकर ३० हजार रुपये तक के दांव लगाए गए| जिसमे रासी, दोगला, असील, अदुआ जैसे नस्ल के घोड़ों आये| जिनकी दौड़ रामगंगा के पुल से नेकपुर के पुल तक रखी गयी व कुछ सेन्ट्रल जेल चौराहे से मोहम्दाबाद तक दौड़े|

कायमगंज से आये तांगा चालक मुन्नालाल पुत्र पुत्तूलाल ने बताया कि यह आयोजन दीपावली के दूसरे दिन आयोजित होता है| जिसमे फर्रुखाबाद के आसपास के लगभग एक दर्जन जिलों से प्रतियोगी नेकपुर पुल के पास इकट्ठा होते हैं| इस आयोजन को ५० वर्ष हो गए| मुन्ना ने बताया कि हमलोगों की आपस में शर्त लगती है व जो शर्त लगा लेता है उन्ही लोगों में दौड़ का आयोजन होता है| मुन्ना ने बताया कि शर्त जीतने वाले को हारने वाला वह उपलब्ध कराता है जो दौड़ के दौरान तय की गयी थी|

सबसे अच्छी नस्ल का घोड़ा राजू पुत्र इच्छाराम का था जिसको देखने वालों का तांता लगा हुआ था| राजू से मुनींद्र पुत्र राम किशन निवासी जैतपुर तिलहर शाहजहांपुर से ५ हजार में १० किमी लम्बी दौड़ की शर्त लगाई| राजू के अनुसार मेरा घोड़ा हर वर्ष जीतता है व उम्मीद है कि इस बार भी मेरा ही घोड़ा जीतेगा| राजू के घोड़े ने नृत्य करके लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लिया| दर्शकों ने उसे नगद पुरस्कार भी दिया|