मानकों को धता बताकर बीएसए ने रेवड़ियों की तरह बांटे नये स्कूल

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फर्रुखाबाद: जनपद को शासन की ओर से चालू वित्तीय वर्ष में बेसिक शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर कुल 8 जूनियर व 132 नवीन प्राथमिक स्कूल आबंटित हुए हैं। मजे की बात है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत शासन की ओर से निर्धारित मानकों की अनदेखी कर ऐसे ग्रामों में स्कूल आबंटित कर दिये गये जहां आवश्यकता थी ही नहीं थी, वहीं लगभग दो दर्जन ऐसे ग्रामो को छोड़ दिया गया जहां पूर्वमाध्यमिक विद्यालय तो हैं परंतु प्राथमिक विद्यालय हैं हीं नहीं। उल्लेखनीय है कि अब इस सूची का शनिवार को जिलापंचायत अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली जिला बेसिक शिक्षा समिति की बैठक में अनुमोदन कराया जाना प्रस्तावित है। जबकि कई जिलापंचायत सदस्यों के खुद के ग्रामों तक में स्कूल नहीं हैं, यह गांव इस वर्ष भी सूची में शामिल नहीं किये गये हैं।

शासन की ओर से जो सूची जिला मुख्यालय को प्राप्त हुई है उसके अनुसा 8 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में से तीन ब्लाक बढ़पुर के ग्राम ढिलावल, गढिया एवं घारमपुर में हैं। तीनों ग्राम नगर क्षेत्र की सीमा पर स्थित हैं और इनके आपस की दूरी मात्र एक किलोमीटर है। जबकि मानक के अनुसार नवीन विद्यालय पहले से स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय से कम से कम तीन किलोमीटर दूर होना आवश्यक है। ग्राम ढिलावल में पूर्व में भी एक जूनियर हाईस्कूल आ चुका है, परंतु तब स्थल न मिल पाने के कारण अन्य ग्राम को स्थानांतरित कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि विकास खंड बढ़पुर के ही ग्राम शिकारपुर में मानक पूर्ण होने के बाद भी स्कूल नही दिया गया है। जबकि ग्रामीण इस संबंध में कई बार जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

मजे की बात तो यह है कि चालू वित्तीय वर्ष के चयनित अंबेडकरग्राम चिलौली के मजरा प्रेम नगर, जिजपुरा के मजरा औजन नगला, न्यामतपुर ढिलावली के मजरा नगला पदम, बढ़पुर के बुढनामऊ के नगला कठेरियन नगला, बगिया व पंडित नगला को भी मानक पूर्ण होने के बावजूद प्राथमकि विद्यालय नहीं मिल सका है। राजेपुर सहित बाढ़ ग्रस्त अनेक ग्रामों में तो ग्रामीण विद्यालय की मांग को लेकर पल्स पोलिया अभियान तक का विरोध कर चुके हैं। परंतु अधिकारी समझाबुझा कर मामला रफा दफा कर देते हैं, परंतु मौके पर कोई ध्यान नहीं रखता।

ब्लाक मोहम्मदाबाद के ग्राम कान्हेपुर, कमालगंज के ग्राम गगनी, कायमगंज के ग्राम शाहपुर गंगपुर एवं नवाबगंज के ग्राम बिजौरी व ज्योना में नवीन जूनिय हाईस्कूल का निर्माण प्रस्तावित है। विजौरी व शाहपुर गंगपुर से भी पूर्व में स्थलचयन के विवाद के चलते जूनियर हाईस्कूल वापस लौट चुका है।

जनपद मे लगभग दो दर्जन ग्राम ऐसे हैं जिनमें पूर्व माध्यमिक स्कूल तो हैं, परंतु प्राथमिक स्कूल न होने के कारण छोटे बच्चों को शिक्ष के लिये दूसरे ग्रामों के स्कूलों में जाना पड़ता है। उदाहरण के लिये ब्लाक बढपुर के टिकुरियन नगला(जसमई), सिठइया, मोहम्मदाबाद के गजियांपुर, दहलिया(पिपरगांव), नगला हिल्की, नगला किसानान(अवंतीबाई नगर), रठौरा, हरसिंहपुर(मुड़गांव), बीरपुर, ब्लाक कायमगंज के कायमपुर, नगला बीच, शमसाबाद के गंधिया, हरिहरपुर, भुलभुलापुर, कमालगंज के गंगाइच, छीतापुरकपूरापुर, रामपुर मांझगांव, कल्लूनगला, अदमापुर, टढउआ(कतरौलीपट्टी), चिरपुरा, विकास खंड राजेपुर के झांदे, जगतपुर, बनका शेराखार आदि ग्रामों में यही स्थिति है।