माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी। यह हम नहीं आवेदनकों की संख्या बता रही है। प्रदेश में टीईटी के लगभग 11 लाख आवेदन पत्र आए हैं। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि अकेले इलाहाबाद में ही लगभग 66 हजार आवेदन पत्र आए हैं। परिषद ने आवेदन पत्रों की छंटाई का काम तेज कर दिया है। इसमें हजारों फार्म रिजेक्ट होने की भी संभावना है। इसका कारण यह है कि इसमें अनर्ह अभ्यर्थियों ने भी आवेदन कर दिया है।
नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 लागू होने के बाद प्रदेश के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य कर दी गई है। यही कारण है कि टीईटी में हर बीएड करने वाले अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसमें बीएड अपीयरिंग अभ्यर्थी भी शामिल हो रहे हैं।
इधर, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षा की तैयारियां तेज कर दी हैं। एक सप्ताह के भीतर सभी आवेदन पत्रों की जांचकर प्रवेश पत्र भेजने का काम शुरू कर दिया जाएगा।