फर्रुखाबाद: शिक्षक समस्याओं के विरोध में प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने गुरुवार को बीएसए कार्यालय परिसर में धरना दिया। शिक्षकों का जुलूस जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचने के बाद विशाल सभा में परिवर्तित हो गया| सभा को संबोधित करने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
गुरूवार को धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि शासन-प्रशासन की लापरवाही के चलते शिक्षकों की समस्याएं लंबित हैं। वेतन, बकाया महंगाई भत्ता, बोनस एवं नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन समय से नहीं मिल रहा है। पहली अप्रैल 2005 से स्वीकृत नवीन पेंशन योजना के तहत शिक्षकों को नकद एवं पारिवारिक पेंशन के निर्गत शासनादेश का क्रियान्वयन शीघ्र कराया जाये।
शिक्षकों से बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत तीन कार्यो के अलावा अन्य पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाया जाय। पठन पाठन की समय सारणी में परिवर्तन होना चाहिए। उर्दू, सीपीएड एवं अन्य कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों को मृतक आश्रित शिक्षकों की भांति वरिष्ठ प्रदान करते हुए पदोन्नति का लाभ दिया जाय।
अन्य राज्य कर्मचारियों की तरह परिषदीय अध्यापकों को भी सुविधा मिलनी चाहिए। परिषदीय अध्यापकों को मकान किराया भत्ता प्रदान करने संबंधी आदेश निर्गत किया जाय। एमडीएम में शिक्षक की भूमिका मात्र छात्रों को भोजन वितरण तक रखा जाय। भवन निर्माण कार्य से शिक्षकों को अलग करते हुए व्यवस्था सहित अन्य कार्य ग्राम शिक्षा समिति/विद्यालय प्रबंधन समिति को सौंपा जाय।
धरने में जिलाध्यक्ष विजय बाहदुर यादव, मंत्री मुकेश कुमार शाक्य, जगदीश चंद पांडे, जितेन्द्र सिंह, सुशील कुमार पांडे आदि पदाधिकारी सहित एक सैंकड़ा शिक्षक मौजूद रहे|