दूरदर्शन है जहां, इंटरनेट पहुंचेगा वहां

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दूरदर्शन पहुंचता है जहां, इंटरनेट भी होगा वहां। बिना किसी केबिल या डेटाकार्ड के। यह संभव हो सकेगा वाइ-फाइ सिस्टम की तर्ज पर नए इंटरनेट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम ‘व्हाइट-फाइ’ से। झारखंड के रणवीर चंद्र तिवारी द्वारा तैयार किया गया यह सिस्टम दूरदर्शन के अनुपयोगी स्पेक्ट्रम (व्हाइट स्पेस) के जरिए काम करेगा।

वाशिंगटन के रेमंड स्थित माइक्रोसॉफ्ट हेडक्वार्टर में बतौर रिसर्चर काम कर रहे जमशेदपुर के युवा वैज्ञानिक रणवीर चंद्र द्वारा विकसित तकनीक ‘व्हाइट-फाइ’ को अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन (एफसीसी) ने मान्यता भी दे दी है। अब अमेरिका में टेलीविजन चैनल्स प्रसारित करने वाले स्पेक्ट्रम पर इंटरनेट सर्विस दे दी गई है। रणवीर अब भारत में इस तकनीक को लांच करने की तैयारी में हैं।

क्या है तकनीक

वाइ-फाइ सिस्टम की तर्ज पर तैयार इस नए इंटरनेट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की बदौलत पुराने टेलीविजन चैनल, मसलन दूरदर्शन उपलब्ध कराने वाले स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कर वायरलेस इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। इसका रेंज भी वाइ-फाइ से ज्यादा होगा।

21 सेंचुरी रूरल अमेरिकी ब्राडबैंड

रणवीर की इस तकनीक को अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन (एफसीसी) ने मान्यता दे दी है। माइक्रोसॉफ्ट के रेडमंड स्थित रिसर्च लैब का दौरा कर एफसीसी के चेयरमैन जूलियस जेनाचोवस्की ने इस तकनीक को हरी झंडी दी। इसके बाद गूगल, माइक्रोसोफ्ट समेत कई बड़ी कंपनियों की अपील पर अमेरिका में स्पेक्ट्रम व्हाइट-स्पेस (अनुपयोगी टेलीविजन स्पेक्ट्रम) को इंटरनेट के लिए उपयोग करने का प्रावधान पारित हुआ है। एफसीसी ने रणवीर की इस संचार क्रांति को 21 सेंचुरी रूरल अमेरिकी ब्राडबैंड का नाम दिया है।

भारत से रणवीर को है उम्मीदें

दुर्गा पूजा के मौके पर जमशेदपुर के मानगो डिमना रोड स्थित ग्रीनअर्थ कॉलोनी में अपने माता-पिता से मिलने पहुंचे रणवीर कहते हैं-‘मैंने इस कंप्यूटर नेटवर्क डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम पर इसी लक्ष्य के साथ काम किया कि इससे गांव-गांव के लोगों तक इंटरनेट की सुविधा पहुंच पाएगी। पिछले दिनों भारत सरकार के आइटी विभाग के सचिवों ने भी माइक्रोसॉफ्ट के रिसर्च विंग का दौरा कर इस तकनीक के ताजा अपडेट लिए थे। रणवीर कहते हैं कि तकनीक को समझने के बाद ही भारत सरकार इस मामले में आगे बढ़ सकती है।

नीतीश ने दिखाई दिलचस्पी

रणवीर चंद्र की इस ‘व्हाइट-फाइ’ तकनीक से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खासे प्रभावित हैं। उन्होंने इस तकनीक के संबंध में पूर्ण जानकारी लेने के लिए विभागीय सचिवों का दल अमेरिका भेजने के निर्देश भी दे दिए हैं। अगर सचिवों ने माइक्रोसॉफ्ट का दौरा कर सकारात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत किया तो संभव है कि बिहार से इस बाबत शुरुआत हो जाए। रणवीर ने झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा से भी इस बाबत संपर्क करने की रणनीति बनाई है।