फर्रुखाबाद: बीएड की दलित छात्रा रजनी जाटव 24 ने रविवार को अपने मकान में दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता परिवार समेत शाहजहांपुर में रहते हैं। पिता व मां देर रात यहां आये तो कोहराम मच गया।
थाना मऊदरवाजा के ग्राम अजमतपुर निवासी रजनी जाटव यहां नेकपुर स्थित एक कालेज में बीएड की छात्रा थी। उसके पिता महेन्द्र शाहजहांपुर में मंडी समिति में कर्मचारी हैं व परिवार समेत वहीं रहते हैं। रजनी पढ़ने के लिए यहां रह रही थी। वह शनिवार को अपने गांव स्थित घर आयी। गांव में रुकने के दौरान वह रात में अपने रिश्तेदार मनीष के घर सोती थी। दिन में अपने घर में पढ़ने चली जाती थी।
रजनी रविवार दोपहर अपने घर में चली गयी। वह देर शाम तक नहीं आयी तो मनीष व उनके परिजनों ने उसे तलाश किया। कमरे में लगे जंगला से झांकने पर रजनी फंदे से लटकी दिखी। उसने चारपाई पर खड़े होकर दुपट्टे से छत के कुंडे में लटककर फांसी लगा ली। फर्श पर एक शीशी भी पड़ी दिख रही थी। उसके जीवित होने की उम्मीद में परिवार के अन्य लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। लेकिन उसकी मौत होने की वजह से शव को हाथ नहीं लगाया। रजनी का मोबाइल भी कमरे में रखा था। उस पर घंटी भी आ रही थी। लेकिन किसी ने मोबाइल नहीं उठाया। महेन्द्र ने देर रात बताया कि पुत्री रजनी शनिवार को किताब लेने के लिए शाहजहांपुर से फर्रुखाबाद आयी थी।