भाजपा के दो गुटों में टिकट के लिए मारपीट

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कानपुर। भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ताओं ने दिखा दिया कि पार्टी के दावों के विपरीत अहम की लड़ाई में अनुशासन कोई मायने नहीं रखता। कानपुर में विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन में दो गुटों में जमकर मारपीट हो गयी। कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली को आना था, लेकिन उनके आने से पूर्व ही कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इस मारपीट में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश पाण्डेय के पुत्र राज वल्लभ पाण्डेय को गंभीर चोंटे आयीं और उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

कानपुर की महाराजपुर विधान सभा इलाके में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में टिकट के बटवारे को लेकर हंगामा हुआ। बताया जा रहा है कि पार्टी के विधायक संदीप वहाना के समर्थक चाहते थे कि टिकट वहाना को ही मिले लेकिन भाजपा का दूसरा गुट यानि जिलाध्यक्ष राकेश पाण्डेय की इच्छा थी कि इस बार का टिकट उनके बेटे राज वल्लभ पाण्डे के खाते में आए।

इसी के चलते दोनों गुट शक्ति प्रदर्शन में जुटे तथा मंच की ओर जाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं में कहासुनी हो गयी। कुछ ही देर में नौबत मारपीट तक पहुंच गयी। मारपीट में उतारू कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को जमकर पीटा कई कार्यकर्ता लहूलुहान हो गये जिसमें राज वल्लभ पाण्डेय भी रहे। मारपीट के दौरान उन्हें भी कई चोटें आयीं। एक ओर कार्यकर्ता आपस में लड़ते जबकि मंच पर खड़े उनके नेता उन्हें ऐसा न करने की हिदायत देते रहे।

नजारा देखने लायक रहा जब कार्यकर्ताओं ने अनुशासन की सारी हदें तोड़ दी। एक दूसरे गुट के समर्थकों को दौड़ा-दौड़ा कर मारते कार्यकर्ताओं को उनके नेताओं ने समझाने का प्रयास किया लेकिन किसी ने किसी की नहीं सुनी। यह कोई पहला अवसर नहीं था जब बीजेपी में इस प्रकार की मारपीट देखने को मिली हो इससे पूर्व उत्तराखण्ड में भी इस प्रकार की घटना हो चुकी है।

मारपीट के चलते कार्यकर्ता सम्मेलन फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया। चारों ओर भगदड़ मच गयी कुछ लोगों ने पण्डाल को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया तो कुछ खुद को बचाने के लिए वहां से भाग निकले। फिलहाल पूरे घटनाक्रम में पार्टी के भीतर पनप रही गुटबाजी को उजागर कर दिया। हाल ही में केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यह दावा किया था कि पार्टी में किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है, लेकिन इस बात को कुछ ही घंटे बीते की अनुशासहीनता का जीता जागता उदाहरण सभी के सामने आ गया।

इस घटना के बाद पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों ने किसी भी प्रकार की कार्यवाही की हामी नहीं भरी। पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित ने घटना पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम होना था लेकिन उन्हें घटनाक्रम के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है जिस कारण मैं कुछ भी कह पाने में असमर्थ हूं।