फर्रुखाबाद: सतयुग का ‘स्वर्ग लोक’, त्रेता युग की ‘लंका’, द्वापर की ‘द्वारिका’ और कलयुग के ‘हस्तिनापुर’ आदि के रचयिता विश्वकर्मा सृष्टि के प्रथम सूत्रधार, शिल्पकार और विश्व के पहले तकनीकी ग्रन्थ के रचयिता भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं की रक्षा के लिये अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया।
विष्णु को चक्र, शिव को त्रिशूल, इंद्र को वज्र, हनुमान को गदा और कुबेर को पुष्पक विमान विश्वकर्मा ने ही प्रदान किये थे। सीता स्वयंवर में जिस धनुष को श्रीराम ने तोड़ा था, वह भी विश्वकर्मा के हाथों बना था। जिस रथ पर निर्भर रह कर श्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन संसार को भस्म करने की शक्ति रखते थे उसके निर्माता विश्वकर्मा ही थे। पार्वती के विवाह के लिए जो मण्डप और वेदी बनाई गई थी,वह भी विश्वकर्मा ने ही तैयार की थी।
विश्वकर्मा शिल्पशास्त्र के आविष्कारक और सर्वश्रेठ ज्ञाता माने जाते हैं जिन्होनें देवताओं के सम्पूर्ण विमानों की रचना की और जिनके द्वारा आविष्कार कर शिल्पविद्याओं के आश्रय से सहस्रों शिल्पी मनुष्य अपने जीवन निर्वाह करता है।
कोकाल पांचाल ब्राह्मण समिति फर्रुखाबाद ने शनिवार को भगवान् विश्वकर्मा की शोभायात्रा पंडाबाग़ से निकली| श्रद्धालुओं ने भगवान् के नारे लगाकर फूलों की बरसात की|
विधायक ने किया विश्वकर्मा जयंती पर कमरों का लोकार्पण-
फर्रुखाबाद: शुक्रवार को कायमगंज विधायक कुलदीप गंगवार ने डीएवी इंटर कालेज रजलामई के समीप स्थित श्री मौजीलाल औधोगिक प्रशिक्षण केंद्र के नव निर्मित कक्षों का लोकार्पण किया|
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप विधायक कुलदीप गंगवार अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर कक्षों का लोकार्पण कर जनता को संबोधित किया| इस कार्यक्रम का सञ्चालन रावेन्द्र सिंह गंगवार व प्रबन्धक विश्व नारायण सिंह व प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य विजय प्रकाश मिश्र मौजूद रहे|