सावधान: कमालगंज में मिले डेंगू के मरीज

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फर्रुखाबाद: स्वास्थ्य विभाग भले ही लाख दावे करे कि शहर में मलेरिया के साथ अन्य मच्छर जनित रोग नियंत्रण में हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में ही डेंगू के दो मामले सामने आये हैं। बताया जाता है कि शहर कमालगंज क्षेत्र में स्थित निजी क्लीनिक में आये दो मरीजों में डेंगू वायरल बुखार के लक्ष्ण मिले हैं। यह मरीज तेज बुखार के साथ उपचार के लिये लाये गये थे, जिन्हें किट की प्राथमिक जांच में डेंगू पॉजीटिव घोषित कर कानपुर के लिए रिफर कर दिया गया|

थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम नगला दाउद निवासी ६० वर्षीय खुशनूरजहां पत्नी इस्तियाक खां को बीते एक माह से तेज बुखार आ रहा था| पति इस्तियाक ने खुशनूरजहां को कमालगंज के ही प्राईवेट अस्पताल में इलाज कराया| कोई फायदा न होने पर इस्तियाक को उनके रिश्तेदारों ने कायमगंज में निजी चिकित्सक को दिखाने को कहा | डाक्टरों ने खुशनूरजहां को कानपुर रिफर कर दिया जहां उसको डेंगू की पुष्टि हुयी|

खुशनूरजहां के पुत्र दानिश ने बताया कि हमारा बड़ा भाई जावेद को भी २८ नवम्बर २०१० को डेंगू की शिकायत होने पर कानपुर रीजेंसी लेकर गए थे जहां उसकी मौत हो गयी थी|

वहीं उसी गाँव के अव्वास की १६ वर्षीय पुत्री अरसी को भी डेंगू की पुष्टि हुयी जिसे कानपुर के एक्सेल अस्पताल में भर्ती कराया गया| नगला दाउद के ग्रामीणों ने बताया कि अभी बीते दिन ही सीएमओ व उनकी टीम ने आकर गाँव के लोगों का ब्लड लेकर चेकअप किया जिसमे किसी को भी डेंगू नहीं पाया गया| ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मेडिकल जांच के नाम पर सिर्फ खानापूरी की गयी| डेंगू के मरीज मिलने से लोगों में काफी दहशत का माहौल है|

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. कमलेश कुमार ने बताया कि नगला दाउद में कई बुखार पीड़ितों के खून के सेंपिल लिये जा चुके हैं। जांच रिपोर्ट अभी नहीं आयी है। यदि रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो सभी संदिग्ध मरीजों को जिला अस्पताल में भ्रर्ती कर इलाज कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह एक वायरल इनफैक्शन है। इसमें मरीज की लाल रक्त कोशिकायें (आरबीसी) तेजी से कम होती हैं, जिससे मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान मरीज का आरबीसी काउंट बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है।