फर्रुखाबाद: गुरूवार को झोलाछाप डाक्टर के द्वारा बच्ची के मरने की खबर पर हरकत में आये स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने कमालगंज में झोलाछाप डाक्टर श्यामलाल पुत्र बलदेव प्रसाद के क्लीनिक पर छापा मारा|
मालूम हो कि कमालगंज निवासी सुनील की २ वर्षीय मासूम बच्ची रूचि को बुखार की शिकायत होने पर परिजनों ने झोलाछाप डाक्टर श्याम लाल यादव को दिखाया| डाक्टर ने उपचार के दौरान बच्ची के गलत इंजेक्शन लगा देने कारण मौत हो गई थी| जिसके चलते आज स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी झोलाछाप डाक्टर के कागजात व डिग्री की जाँच पड़ताल करने के लिए जब उसके क्लीनिक पर पहुंचे तो कर्मचारियों के सामने जो तथ्य सामने आये उसे देखकर डिप्टी सीएमओ आरएन कनौजिया, ऋषी तिवारी व रमेश बाथम के होश उड़ गए|
झोलाछाप डाक्टर के पास वैधराज की डिग्री ( जडी बूंटी) थी| लेकिन क्लीनिक अंग्रेजी दवाओं से भरा था| आश्चर्य बात यह है कि अगर वैध की डिग्री से श्याम लाल इसी तरीके से अंग्रेजी दवाओं से इलाज करता रहा तो भविष्य में और कई माताओं की गोदें सूनी हो जायेंगीं|
तत्पश्चात डिप्टी सीएमओ आरएन कनौजिया को श्यामलाल ने बताया कि सन २००० में धारा ५० के अंतर्गत सीएमओ ऑफिस में उसका रजिस्ट्रेशन है| फिलहाल डिप्टी सीएमओ ने डाक्टर की डिग्री को सत्यापान के लिए लखनऊ भेज दी है| जांच पड़ताल के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी|