लखनऊ। हमेशा पढऩा लिखना ही काम नहीं आता कई लोग बगैर डिग्री के डाक्टर व इंजीनियर बन जाते हैं। ऐसे लोग सिर्फ डाक्टर व इंजीनियर ही नहीं बनते बल्कि अपना कारोबार भी शुरू कर देते हैं। ऐसे ही एक चिकित्सक को पुलिस ने राजधानी लखनऊ के गुड़म्बा इलाके में पकड़ा। तीन बार हाई स्कूल में फेल होने के बाद वह फर्जी चिकित्सक बनकर लोगों का इलाज करने लगा था। खुद को बी.यू.एम.एस. चिकित्सक बताने वाला यह व्यक्ति मदरटेरेसा और चाइल्ड केयर सेन्टर चला रहा था। पुलिस को क्लीनिक से भारी मात्रा में दवाईयां और ग्लूकोस की बोतलें बरामद हुई हैं।
गुड़म्बा इलाके में पुलिस को कल्याणपुर निवासी बी.यू.एम.एस. चिकित्सक एम.एस. सिद्दीकी ने सूचना दी कि कुर्सी रोड पर मदटेरेसा पॉलिक्लीनिक और चाइल्ड केयर सेन्टर चल रहा है। सेन्टर पूरी तरह से फर्जी है तथा वह गलत नाम से लोगों का इलाज कर उनके जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। पुलिस ने तत्काल सेन्टर पर छापा मारा और व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उपरोक्त व्यक्ति ने अपना नाम हरदोई निवासी महेश कुमार बताया है।
अभियुक्त अतरौली में रहता है और कुर्सी रोड़ पर एम.एस. सिद्दीकी के नाम से बोर्ड लगाकर सेण्टर चला रहा था। स्थानीय लोगों ने डा0 सिद्दीकी से इसकी शिकायत की, इस पर चिकित्सक खुद महेश की क्लीनिक पर गए और हकीकत का पता लगाया। उन्होंने अभियुक्त से बोर्ड से अपना नाम हटाने के लिए कहा इस पर जालसाज ने उन्हें धुत्कार दिया। महेश के इस व्यवहार के बाद उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शातिर को मौके से दबोच लिया।
पुलिस को फर्जी डाक्टर के पास किसी प्रकार की चिकत्सीय डिग्री नहीं मिली। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त महेश हाई स्कूल में तीन बार फेल हो चुका है। वह फर्जी ढंग से चिकित्सक बन कर लोगों का इलाज कर उनसे पैसा ऐंठ रहा था। पूछताछ में पता चला कि वह पूर्व में किसी चिकित्सक की क्लीनिक पर कम्पाउडंर था। उसे दवाईयों की कुछ जानकारी हो गई थी, इसी का फायदा उठाकर अभियुक्त फर्जी क्लीनिक चला रहा था। पुलिस को मौके से तमाम इंजेक्शन और ग्लूकोस की बोतलों के साथ कई दवाइयां मिली।