फर्रुखाबाद: बीते दिन ही सिकत्तर बाग़ स्थित ईश्वरीय आध्यात्मिक विश्व विद्यालय से बांदा से लाई गई किशोरी मीना को पुलिस ने बरामद किया था। घटना के दौरान मीडिया में छपी फोटो देखकर एक और मजबूर पिता ने अपनी चार वर्ष की अबोध बेटी को आश्रम से छुड़ाये जाने की गुहार प्रशासन से लगाई। गुलाबी गैंग ने इनका साथ दियां एडभ्एम ने पुलिस के लिये आदेश भी कर दिये परंतु कोतवानी पुलिस की हीला हवाली के चलते खबर लिखे जाने तक गुलाबी गैंग का कोतवाली में हंगामा जारी है।
बाबा वीरेंद्र द्वार संचालित इस तथाकथित आध्यात्मिक केंद्र को लोग वर्षों से शक की नजर से देख ही रहे थे लेकिन हाल के घटनाक्रम ने इस केंद्र को विवादित बना दिया है| बांदा से लायी गयी किशोरी की बरामदगी का मामला अभी ठंडा भी नही पड़ पाया था कि एक नया मामला और सामने आ गया है। दो दिन पूर्व की घटना के दौरान आश्रम में पायी गयी किशोरियों की फोटो मीडिया में देख कर बागपत से आये एक व्यक्ति ने भी अपनी चार वर्षीय पुत्री के इसी आश्रम में बंद होने की बात कह कर उसे आजाद कराने की मांग की है। बडौत की कश्यप कालोनी से सुरेश पाल कश्यप अपनी पुत्री धुर्वी को तलाश करता हुआ फर्रुखाबाद कोतवाली जा पहुंचा| जिसके साथ गुलाबी गैंग की कमांडर अंजली यादव अपनी साथियों के साथ पहुँची| युवक सुरेश पाल को न्याय दिलाने के लिए कोतवाल कालू राम दोहरे को अपर जिलाधिकारी द्वारा लिखा हुआ आदेश पत्र सौंपा|
मेरठ के युवक सुरेश पाल ने कोतवाल को बताया कि मेरी बच्ची धुर्वी २६ जनवरी २०११ से लापता है| मैंने मीडिया व चैनलों द्वारा सिकत्तर बाग़ से बरामद लड़िकयों को दिखाए जाने पर अपनी पुत्री को पहिचाना और उसकी तलाश में यहाँ आया| उसने उप जिलाधिकारी द्वारा आदेश किया हुआ पत्र कोतवाल को सौंप शीघ्र ही कार्रवाई करने की मांग की|
जिला कमांडर अंजली यादव ने पुनः आध्यात्मिक केंद्र पर छापा डालने की मांग की जिस पर कोतवाल तैयार नहीं हुए| इतना सुनते ही कमांडर अंजली भड़क गईं और कोतवाल को हिदायत दी कि अगर इस मामले में शीघ्र कार्रवाई न हुयी तो गुलाबी गैंग आंदोलन करने पर मजबूर होगा| सामाचार लिखे जाने तक कोतवाल कालू राम टस से मस होने को तैयार नहीं थे, व कोतवाली में गुलाबी गैंग की नारेबाजी जारी थी।