नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि “अच्छे लोकपाल विधेयक” को पारित करवाने से अधिक इस वक्त अन्ना हजारे का अनशन तु़डवाने की जरूरत है। प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना का अनशन बुधवार को नौवें दिन में प्रवेश कर गया।
संवाददाताओं से बातचीत में बुधवार को खुर्शीद ने कहा, “”एक अच्छा विधेयक 10-15 दिन बाद आ सकता है, लेकिन अनशन 20 दिन बाद नहीं तु़डवाया जा सकता। यदि हम प्राथमिकताओं को देखें तो इस वक्त विधेयक पारित करने से कहीं अधिक आवश्यकता अन्ना हजारे का अनशन तु़डवाने की है।”” इस मामले पर सरकार ने बुधवार दोपहर सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।
खुर्शीद ने कहा, “”सर्वदलीय बैठक संसद में सहमति बनाने की हमारी गम्भीर कोशिश है। यदि संसद में सहमति नहीं बन पाती है तो कम से दिशा में कोशिश और काम किया जाए।”” “”हम अभी इस स्थिति में नहीं हैं कि हम कह सकें कि हम इस पर या उस पर सहमत हैं… यह आवश्यक है और हम इसका समाधान चाहते हैं। लेकिन अन्ना हजारे का अनशन तु़डवाना अच्छे विधेयक को लाने से कम आवश्यक नहीं है।””
केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीक मंत्री विलासराव देशमुख ने भी कहा कि 74 वर्षीय अन्ना हजारे का स्वास्थ्य “गम्भीर चिंता” का कारण है। उन्होंने कहा, “”रालेगांव सिद्धि (अन्ना हजारे का गांव) से आकर लोगों ने मुझसे मुलाकात की… दबाव बनाया जा रहा है। अन्ना हजारे का स्वास्थ्य गम्भीर चिंता का कारण है… लेकिन अब हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं।””