डॉ प्रियंका की मौत?- सिटी हॉस्पिटल के निदेशक व डॉक्टर पर FIR

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फर्रुखाबाद, स्टाफ रिपोर्टर : बीते दिनों सिटी हॉस्पिटल ने हुई डॉ. प्रियंका पांडेय की मौत के मामले में सदर कोतवाली में प्रियंका के चाचा की तहरीर पर सिटी हास्पिटल के चिकित्सक डॉ. विपुल अग्रवाल व निदेशक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। तहरीर में इलाज के दौरान चिकित्सा प्रक्रिया, जांच व मृत्यु के कारण की जानकारी न देने का भी आरोप लगाया गया है|

नगर के सरकारी अस्पताल लिंजीगंज की संविदा चिकित्सक डॉ. प्रियंका पांडेय की मौत 10 अगस्त को सिटी हास्पिटल में हुई थी। पेट में दर्द की शिकायत पर डॉ. प्रियंका को उसकी सास मनोरमा पांडेय निवासी दुर्गा कालोनी फतेहगढ़ हास्पिटल में लेकर आयी थी। डा.प्रियंका के चाचा प्रवीन कुमार दुबे निवासी ग्राम अकबरपुर थाना छिबरामऊ जनपद कन्नौज ने कोतवाली आकर तहरीर दी। तहरीर पर डॉ. विपुल अग्रवाल के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की धारा 304 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार डॉ. प्रियंका का इलाज सवा तीन से लेकर पांच बजे तक चलता रहा। दवाइयां लाने हेतु हास्पिटल का इमरजेंसी स्टाफ पर्चियां देता रहा जो प्रार्थी सिटी हास्पिटल की दुकान से खरीदकर इमरजेंसी कक्ष में पहुंचाता रहा। करीब पांच बजे इमरजेंसी स्टाफ ने डॉ. प्रियंका की मौत घोषित कर दी।

हास्पिटल द्वारा दिये गये भर्ती कार्ड पर न तो यह अंकित किया गया कि डॉ. पांडेय को बीमारी क्या थी और इलाज करने से पूर्व क्या जांचें करायी गयीं। केवल सादा पर्चा दिया गया, जिसमें किसी प्रकार की बीमारी अथवा डायग्नोज का जिक्र नहीं है। डॉ. विपुल उस दिन ड्यूटी पर थे तथा इमरजेंसी कक्ष में थे। डॉ. प्रियंका का पोस्टमार्टम कराया गया था। प्रार्थी डॉ. विपुल अग्रवाल से डॉ. प्रियंका की मौत का कारण व जांचों का विवरण मांग रहा है, लेकिन वे जानबूझकर उपलब्ध नहीं करा रहे। डॉ. प्रियंका हास्पिटल आने से पूर्व पेट में दर्द के अलावा किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त नहीं थीं। डा.प्रियंका की हत्या जानबूझकर की गयी है। इसी कारण मौत का कारण व जांचों का विवरण हास्पिटल के निदेशक व डॉ. विपुल नहीं दे रहे।