फर्रुखाबाद: सर्व शिक्षा अभियान यानि कि सब पढ़े सब बढे| यह नारा धूल खाता नजर आ रहा है| केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही मिड डे मील योजना में दोपहर के खाने बाद वर्तन धोने में ही समय निकल जाता है| पढाई कब करें?
प्राथमिक विद्यालय अलाह्दादपुर व पपियापुर की दुर्दशा देखने लायक है| अध्यापकों के देर से स्कूल आने के बाद बच्चों से झाडू लगवाई जाती है| बच्चों के माँ-बाप किस उम्मीद के साथ स्कूल भेजते हैं| बच्चों को मिड डे मील खाने के लिए सरकार की तरफ से वर्तनों की व्यवस्था की गई है जिसके लिए हर स्कूल के प्रधानाचार्यों को ५ हजार रुपये उपलब्ध कराये गए हैं| लेकिन अधिकतर स्कूलों में अभी तक वर्तन ताले में बंद हैं|
छात्रों को घर से वर्तन लाने का दवाव बनाया जाता है| खाना खाने के बाद वर्तनों को खुद ही बच्चों को धोना पडता है| वर्तन ढोने में ही पढाई का समय निकल जाता है| तब तक छुट्टी की घंटी बच्चों के कानों में सुनायी देती है| क्या यही है हमारे देश का भविष्य|