ललक या मजबूरी : कमर तक पानी में होकर स्कूल जाते छात्र

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विगत वर्ष बाढ़ में बही पुलिया आज तक नहीं बनी

फर्रुखाबाद: इन बच्चों को देखकर कहना ही पड़ेगा राह में चाहे कितनी ही मुश्किलें आये हम यूं ही आगे बढ़ते रहेगें| अब इसे इनकी ललक कहें, मजबूरी कहें या प्रशासन की लापरवाही। विगत वर्ष बाढ़ के दौरान बही पुलिया के निर्माण के लिये बजट मिल जाने के बावजूद एक वर्ष बाद भी पूर्ण नहीं कराया गया है। बाढ़ दोबारा आ गयी है। नोनिहालों के सामने मुश्किल से ज्यादा बड़ जान का खतरा है।

यह स्थिति थाना शमसाबाद के ग्राम गंगागंज, लोधीपुर, भकुसी, खर्रेटा, बल्लू बेहटा, केहरी नगला आदि ग्रामों के स्कूली बच्चे स्कूल जाने के लिए व आम लोग बाजार जाने के लिये बाढ़ के पानी से होकर व खेतो से लंबा चक्कर लगाकर अपने गंतव्य स्थान पर पहुँचते हैं|

आस-पड़ोस गाँव के लोगों का कहना है कि पिछली साल आई बाढ़ से बिरिया गाढा सम्पर्क मार्ग कट गया था| जिसके बाद पुलिया का निर्माण कार्य काफी देर से शुरू हुआ और आधी ही पुलिया का निर्माण हो पाया था जो इस बार आई बाढ़ ने उसे अपने में समेट लिया|