फर्रुखाबाद: युवती की इलाज के दौरान मृत्यु के बाद हुए हंगामे, फायरिंग व सड़क पर लाश को रखकर किये गये आंदोलन के बाद आखिर राजनैतिक नेताओं के दबाव में दलितों ने मात्र इलाज के बीस हजार रुपये डाक्टर द्वारा वापस किये जाने पर कोतवाली मे समझौता कर लिया।
युवती के परिजनों द्वारा शव सड़क पर रखकर आंदोलन शुरू कर दिये जाने के बाद शहर के अनेक नेता भी मौके पर पहुंच गये थे। इनमे से कई की जबानी हमदर्दी तो पीड़ितों के साथ थी परंतु दिल रईस डाक्टर के साथ था। दु:खी परिजनों के सर पर हाथ फेर कर और कानूनी कार्रवाई की ऊंच नीच समझाकर लोगों ने दलितों को कार्रवाई न करने पर राजी कर लिया। सात बेटियों के पिता गरीब श्रीराम को मात्र इलाज में खर्च बीस हजार रुपये डाक्टर से वापस दिलवाकर मामला निबटा दिया गया। दोनों ओर से एक दूसरे के विरुद्ध कोई कानूनी का्ररवाई न किये जाने के लिखित समझौते के बाद मामला रफा दफा हो गया। पुलिस ने भी चैन की सांस ली।