फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में हाल में हुए परिषदीय शिक्षकों के स्थानांतरण समायोजन में आरक्षण व रोस्टर की अनदेखी किये जाने के विरोध में रविवार को अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी कल्याण संध की ओर से आयोजित बैठक में सात अगस्त को विधान सभा के सामने भूख हड़ताल का निर्णय लिया गया।
बैठक के दौरान संघ के प्रांतीय महामंत्री नानक चंद्र ने कहा कि प्रोन्नतियों में आरक्षण व रोस्टर प्रणाली को अनदेखा किया जारहा है। शासनादेश के बावजूद विभागों में अनुसूचित जाति समन्वय प्रकोष्ठ की स्थापना नहीं की जारही है। परिषदीय शिक्षकों के स्थानांतरण एवं समायोजन में रोस्टर लागू न किया जाना अनुसूचित जाति जन जाति के अध्यापकों के साथ सोची समझी साजिश है, जिससे उनको मुख्यालय से दूर दुर्गम विद्यालयों तक ही सीमित रखा जा सके। इससे पूर्व में हुए 266 पदों के सापेक्ष हुई प्रोन्नतियों में बेसिक शिक्षा परिषद की अनुमति को छिपा कर आरक्षण का बैकलाग आज तक पूर्ण नहीं किया गया है। आगामी प्रोन्नतियों के लिये भी बीएसए जानबूझ कर अनुमति मंगाने में आनाकानी कर रहे हैं। विदित है कि विगत 27 जुलाई को मुख्य विकास अधिकारी की मौजूदगी में हुई वार्ता के दौरान बीएसए ने अनुमति हेतु पत्र लिखने व रोस्टर लागू किये जाने का आश्वासन दिया था।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस समस्त समस्याओं के विरोध में आगामी सात अगस्त को संघ विधानसभा भवन के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल करेगा। कमलेश निगम ने कहा कि बिना आंदोलन के अधिकारियो के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। इस संबंध में तीन अगस्त को जिलाधिकारी से भेंट कर दलित शिक्षक भेंट कर अपनी समस्यायें रखेंगे। बैठक में साहब सिंह, पीतम सिंह, विजय कन्नौजिया, हंसराज, विनोद गौतम, दिनेश कुमार, अमरपाल सिंह, रानी सिंह, अल्पना, सुनीता देवी, राजकुमार आदि ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता सत्यपाल संचालन सुधीर कुमार ने किया।