फर्रुखाबाद: जिला कन्नौज में तैनात दरोगा हुकुम सिंह आज अपरान्ह सादा कपड़ों में रिश्तेदारी में भटासा जा रहे थे| वह फतेहगढ़ स्टेशन पर ट्रेन से नीचे उतरकर केबिन के निकट चर्चित महिला के होटल के बाहर खड़े होकर वाहन का इन्तजार कर रहे थे|
रविवार का अवकाश होने के कारण होटल में अम्बेडकर कालोनी प्रीतम नगला निवासी अधिवक्ता आलोक गौतम ( परिवर्तित नाम ) होटल में शराब की दावत उड़ा रहे थे और पुलिस वालों पर भड़ास निकालने के लिए उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे| थोड़ी देर तक दरोगा जी चुपचाप गाली सुनते रहे| जब उनसे रहा नहीं गया तब उन्होंने वकील से पुलिस वालों को गाली न देकर मौज मस्ती करने की राय दी|
सरूर में होने के कारण वकील ने दरोगा से कहा कि तुमसे क्या मतलब ? तब दरोगा हुकुम सिंह ने कहा कि मई भी दरोगा हूँ यह कहकर उन्होंने वकील की पिटाई कर दी| बेइज्जती होने पर वकीन ने फोन करके मोहल्ले से अपने समर्थकों को बुला लिया| उस समय दरोगा भोलेपुर पुलिस सहायता केंद्र के बाहर खड़े थे| वहीं वकील व उनके समर्थकों ने दरोगा जी की जमकर धुनाई कर दी|
सूचना मिलने पर कोतवाली के एसएसआई हरिश्चंद्र वर्मा व चौकी प्रभारी नासिर हुसैन पहुंचे| जिन्होंने दोनों पक्षों को समझाया| श्री वर्मा ने बताया कि वकील ने होटल में शराब पीने के दौरान दरोगा को गाली दी | इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में मार पीट हुई| दोनों पक्ष जाटव रिश्तेदार निकले जिन्होंने आपस में सुलह कर ली|