फर्रुखाबाद: सुबह को देर से उठना और क्रिकेट बैट लेकर ग्राउंड की तरफ निकल जाना। थक हार कर घर पहुंचते ही हाथ में टीवी का रिमोट थाम लेना। गर्मियों की छुट्टियों में रोजाना मौज मस्ती करने वाले विद्यार्थी अब क्रिकेट बैट और टीवी का रिमोट छोड़ किताबों से दो चार होते दिखाई देंगे, क्योंकि आज से सभी सरकारी स्कूलों की छुट्टियां खत्म हो रही हैं|
उठो बेटा सुबह हो गयी स्कूल नहीं जाना है क्या? वही पुराने शब्द सुनकर बच्चों को तो लगता है कि क्या शामत आ गयी| फिर से बच्चों को स्कूल जाने के लिए तैयार करना, उनका टिफिन लगाना और स्कूल बस तक छोड़ना और वापस भी लाना सब कुछ आज से यानी कि १ जुलाई से शुरू हो गया|
कुछ बच्चे उत्साहित भी हैं कि उन्हें नया स्कूल, नए फ्रेंड्स, व नयी किताबे मिलेंगीं लेकिन कुछ बच्चों के लिए यह किसी घटना से अधिक नहीं है|