फर्रुखाबाद: सदर तहसीलदार द्वारा ट्रष्ट की भूमि पर दुकानों का शुरू करवाया गया अवैध निर्माण कार्य को उप जिलाधिकारी ने लेखपाल से रुकवा दिया| इससे पूर्व भी तहसीलदार ने दुकानों का अवैध निर्माण कार्य शुरू करवाया था| तहसीलदार के रवैये को लेकर विभागीय कर्मचारियों में चकचक मची है|
नगर के भूमाफिया की नजर फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन के निकट लाला लक्ष्मी नारायण धर्मशाला की करोड़ो रुपये कीमती जमीन पर लग गई है| जिसमे सड़क के किनारे ११ दुकाने बनवाने के लिए दुकानदारों से करीब ५० लाख रुपये बसूले हैं| बीते माह जब तहसीलदार इस्लाम मोहम्मद अवकाश पर गए थे तभी माफिया ने रातोंरात धर्मशाला में बोरिंग कराकर समर्सेबिल लगवाकर दुकानों का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया|
इस बात की जानकारी मिलने पर एसडीएम अनिल धींगरा ने तहसील के नाजिर अवधेश बाजपेयी को निर्देश देकर दुकानों का निर्माण कार्य रुकवा दिया| इस दौरान ट्रष्ट के सदस्य सुनील अग्रवाल व धर्मशाला के कथित मैनेजर गब्बर से लिखवाया गया था कि वह धर्मशाला में कोई नया निर्माण नहीं करवायेगे| इन लोगों ने धर्मशाला में पड़े मलवे को हटाकर सफाई करने की अनुमति ली थी और उसी की आढ़ में क्षतिग्रस्त धर्मशाला के कक्षों को गिरवा दिया गया था|
बीते तीन दिन पूर्व तहसीलदार के अवकाश पर जाते ही दुकानों का निर्माण कार्य काफी जोरों से शुरू कराया गया| पूंछे जाने पर गब्बर ने भी इस बात की पुष्टि की कि तहसीलदार ने निर्माण कार्य शुरू कराने को कहा है| आज जब अवैध निर्माण कार्य के सम्बन्ध में मोबाइल फोन पर तहसीलदार से बात की गई तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि वह अवकाश पर लखनऊ में हैं| मैंने निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए कोई लिखित आदेश नहीं दिया है|
तहसीलदार ने बताया कि न्यायिक तहसीलदार के पास चार्ज है| जब कि न्यायिक तहसीलदार ने बताया कि तहसीलदार अवकाश से वापस आवास पर आ चुके हैं| उन्होंने अभी जीप मंगवाई है वह कुछ नहीं कर सकते| घटना की जानकारी एसडीएम श्री धींगरा को दी गई| उनके आदेश पर लेखपाल संजीव दुबे ने निर्माण कार्य रुकवा दिया|