लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती पर भले ही भ्रष्टाचार के दर्जनों आरोप लगे हो लेकिन उन्होंने राज्य के आला अधिकारियों को ईमानदारी का पाठ सिखाया। प्रदेश को तीन जोन में बांटने के बाद आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी ईमानदारी व मेहनत से कार्य करें।
अधिकारियों को अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में निरीक्षण कर अपनी संस्तुति शासन को भेजे। मुख्यमंत्री मायावती कहा कि जोनों में कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यो के स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा के लिए विशेष दलों का गठन किया गया है। सभी निरीक्षण दल एक अगस्त से जिलेवार निरीक्षण शुरू करेंगे तथा जो भी समस्या सामने आएग उसे जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण दज माह में छह दिन क्षेत्र में रहेगा। निरीक्षण दल का मुख्य कार्य होगा कि वह जिले में जाकर महत्वपूर्र्ण कार्यालयों व अस्पतालों में अवश्य जाए और लोगों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की समीक्षा करे। सुश्री मायावती ने कहा कि निरीक्षण के उपरान्त समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें मंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारी समेत अन्य विभागों के अधिकारी शामिल होंगे और अपने जिले की विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।
मायावती ने कहा कि यदि जरूरत हुई तो किसी भी वक्त नीति में बदलाव किया जा सकता है ताकि जनता को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की जांच पड़ताल के लिए जरूरत पड़ी तो विशेष पुलिस महानिदेशक बृजलाल व गृह विभाग के प्रमुख सचिव एवं पुलिस महानिदेशक भी भ्रमण पर निकलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के उत्पीडन, छेडख़ानी एवं बलात्कार जैसी घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए तथा दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाई की जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।