‘माया हैं अपराधियों की पालनहार तो दिग्गी’ हैं राहुल के ‘स्टेपनी’: उमा

Uncategorized

‘भ्रष्ट व अपराधियों को संरक्षण देकर, यूपी को चौपट किया मायावती ने’

लखनऊ।
भाजपा में वापस लौटी उमा भारती ने कहा है कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी के ‘स्टेपनी’ है उनकी यूपी की राजनीति में न कोई भूमिका है न हैसियत।

उमा भारती ने आज पत्रकार वार्ता के उन्होने कहा कि वे मध्य प्रदेश के मुद्दों पर उप्र में चर्चा नही करना चाहती है, लेकिन यह भाग्य का फेर है कि 2003 से दिग्विजय सिंह से जब भी आमना सामना होता है वे जीत गई है। उन्होने कहा कि 2003 में मप्र की सत्ता से दिग्विजय सिंह बाहर हुए इसके बाद बिहार के चुनाव में वे कांग्रेस के प्रभारी के तौर पर थे और उमा भाजपा की प्रभारी। उस समय बिहार का चुनाव यूपीए बनाम एनडीए था वहां भी यूपीए की हार हुई। अब यूपी में भी यूपीए यानी कांग्रेस की हार सुनिश्चित है।

भाजपा की यूपी प्रभारी उमाभारती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी भ्रष्टाचार व अपराध के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। भ्रष्ट और आपाराधिक छवि के पार्टी नेताओं को संरक्षण देने के कारण मुख्यमंत्री मायावती की सरकार का अपराधियों में भय समाप्त हो गया है। इसलिए प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।

उमा भारती ने कहा कि देश में विकास की राजनीति का एजेण्डा सबसे पहले उन्होंने ही 2003 के चुनाव में मध्य प्रदेश से तय किया था। जहां बिजली-सड़क- पानी मुद्दा बना था। इसके बाद उन्होंने बिहार में चुनाव के दौरान विकास के आधार पर वोट मांगे थे। उन्होंन प्रदेश में 2012 में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए भी राजनीतिक एजेंडा स्पष्ट किया।

उन्होने कहा कि यह चुनाव भ्रष्टाचार और अपराधों की बाढ़ पर लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। इसकी वजह है कि प्रदेश में सरकार और शासन का कोई भय नहीं है। क्योंकि यहां मायावती ने स्वयं अपनी पार्टी के भ्रष्ट और आपराधिक छवि के नेताओं को संरक्षण दिया। उन्होने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्याओं की बेतहाशा घटनाएं हो रही है।

इन घटनाओं में पुलिस के लोग भी शामिल पाये गए हैं। यह बेहद चिंता का विषय है। उन्होने कहा कि इस बात से कोई फर्क नही पड़ता की मुख्यमंत्री कोई महिला है या पुरूष। महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों को इस नजर से नही देखना चाहिए।