कालेधन मामले पर अनशन तोड़ चुके योग गुरू बाबा रामदेव की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही.
दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बाबा रामदेव के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई होगी तथा इस अधिनियम के तहत उनकी संपत्ति तक राजसात की जा सकती है.
मध्य प्रदेश के दमोह की जबेरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के प्रचार के लिए जबलपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बाबा रामदेव ने जो संपत्ति जुटाई है, उसकी जांच में पर्ते खुलती जा रही है. उनके पास जो संपत्ति आई है वह धन किसका है, इसका खुलासा होने के साथ उनके खिलाफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई होगी.
सिंह ने आगे कहा कि मनी लॉड्रिंग एक्ट में प्रावधान है कि ऐसी संपत्ति राजसात की जाती है, लिहाजा उनकी संपत्ति राजसात भी हो सकती है. उन्होंने आचार्य बालकृष्ण पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास कोई आचार्य की उपाधि नहीं है वह फर्जी आदमी है.
रामलीला मैदान में नेतागिरी करने का बाबा रामदेव पर आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि वहां योग शिविर की अनुमति ली गई थी. उसके बाद सहमति पत्र पर बाबा रामदेव के अलावा बालकृष्ण ने भी हस्ताक्षर किए थे. बाबा ने आम लोगों को ठगने का काम किया है.
दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक पर भ्रष्टचार के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में हटाए गए अजय विश्नोई को फिर मंत्री बना दिया गया है. राज्य का हाल यह है कि अधिकारी के यहां छापे में 300 करोड़ की नगदी मिलती है, अगर मंत्री तथा मुख्यमंत्री के आवास पर छापे पड़ें तो हजारों करोड़ मिलेंगे.