फर्रखाबाद: अचानक सदर विधानसभा के ब्लाक बढ़पुर के गाँव नगला कलार और पचपुखरा गाँव की ओर चौपहिया के काफिले को देख जमूरा कुलबुलाया और मोबाइल निकाल जेएनआई का नंबर लगाया| बिना सुने एक ही सांस में जमूरा सब बोल गया- रविवार को छुट्टी के दिन तो केवल सलमान और लुईस का डमरू बजता था आज जिले में उस्ताद का काफिला जनसम्पर्क पर है क्या करू| लम्बे समय से किसी सनसनाती खबर की खोज में बैठे जेएनआई के चेहरे पर मुस्कान आई- करना क्या है मोबाइल से फोटो खैंच और आसपास लगकर पता कर उस्ताद क्या बोलता है, क्या करता है, किससे मिलता है| बिना दल के विरोधियो को कई बार धूल चटाने वाले उस्ताद के सदर विधानसभा में चुनावी जनसम्पर्क विरोधियो को नया गणित बैठाने पर मजबूर करने वाली खबर है ब्लैक में बिकेगी जल्दी भेज और फ़ोन कट गया|
उत्तर प्रदेश में विधान सभा के लिए बैलेट मशीन का बटन दबाने में अभी लगभग एक साल का समय है मगर नेताओ ने अपना पिटारा लेकर डुगडुगी बजाना शुरू कर दिया है| साइकिल और हाथी तो अपनी अपनी चाल से मतदाताओ को पुचकारने और सहलाने में लग ही चुके हैं और टिकेट पक्की मान पंजा और कमल भी मैदान में शनिवार रविवार नजर आ रहे थे| मगर जिस संशय में ये चारो प्रत्याशी है वो है उस्ताद के डमरू की आवाज के इन्तजार में| कहा बजेगा और कब बजेगा और किस पार्टी के मच से बजेगा| रविवार 19 जून को कांग्रेसी राहुल बाबा का जन्मदिन मनाने में लगे है| सलमान क्षेत्र में घूम कर अखबार में बिना किसी नयी बात के रंगे पड़े है| जो दिल्ली में बोल आये टीवी पर सुनने को मिल गया वही अमिला दोहरा रहे है और अख़बार छाप रहा है| पूरा अखबार सलमान से रंगा देख उर्मिला जी ने भी अपनी साइकिल 14 लाख की कार पर लादी, समर्थक साथ में लिए, एसी गाडी के शीशे खोले और चल दी क्षेत्र में जनसम्पर्क करने| कुछ न कुछ तो कल के अख़बार में छप जायेगा| कमल वाले मेजर सुनील लखनऊ में उमा भारती के प्रथम आगमन पर स्वागत कर रहे है| भाई ये भी जरूरी है उमा जी का भी अपना एक अलग वोट बैंक है अभी से सम्बन्ध बनेगे तो चुनाव में स्टार प्रचारक बार बार मिलेगा| आखिर भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किये जो बैठी है| हाथी वाले नागेन्द्र शाक्य पूरा जोर किसानो पर लगाये है| जून का महीना कोई खास खेती किसानी नहीं| शादी बारात, दावत, जनसम्पर्क को नेता चुनाव आते ही सर माथे लेने लगते है भले ही चुनाव जीतने के बाद उन्हें फर्जी मीटिंग से फुर्सत न मिलती हो| नागेन्द्र शाक्य भी सुबह सुबह ही घर से निकल लिए बढ़पुर के कई मजरों और गाँव में लोगो से मिल आये| एक नागेन्द्र ही ऐसे निकले जिन्हें मालूम था आज उस्ताद कहाँ कहाँ गए| बसपा के कैडर में काफी बढोतरी हुई है| गाँव गाँव सूचना तंत्र खड़ा हो गया है| सपा, भाजपा और कांग्रेस इसी तंत्र से मात खा रहा है यूपी में|
तो बात उस्ताद से शुरू हुई थी| सुबह सुबह उस्ताद ने बढ़पुर के आधा दर्जन गाँव भाउपुर, पचपुखरा, नगला कलार, गढ़िया में दस्तक दे दी| नगला कलार में पूर्व प्रधान हुकुम सिंह, बीडीसी सदस्य वेदराम, डॉ जगमोहन, डॉ प्रमोद, आशीष के साथ बैठ गाँव में पंचायत लगा दी| गाँव वालों ने समस्याओ का ऐसा भंडार लगा दिया मानो उस्ताद के ज़माने में राम राज्य रहा हो| उस्ताद ने भी दिल खोल कर भ्रष्टाचार और घूसखोरी पर प्रवचन दिया| उस्ताद बोले- इस सरकार में भ्रष्टाचार तो चौराहे तिराहे पर हो रहा है| हर चौराहे पर पुलिस चेकिंग के नाम पर वसूली में लगी है| नीचे वाला कहता है ऊपर देना है| ऊपर वाला कहता है उससे ऊपर देना है| उस्ताद आखिर उस्ताद है सब कुछ कर रहा है मगर पूरे पत्ते अभी नहीं खोल रहा है| अमृतपुर के कई दुरंधरो और रोज के करीबियो के साथ उस्ताद ने अपने चुनाव की गणित भी समझाई| बोले निर्दलीय उतरूंगा| अब उस्ताद फर्रुखाबाद से उतरेगे या अमर्तपुर से, निर्दलीय उतरेंगे या किसी पार्टी से ये तो तब वास्तविक लगेगा जब चुनाव में परचा दाखिल हो जायेगा क्यूंकि यूपी में कहावत है- बिटिया तब व्याही समझो जब भार्कौरी भेटो (बिटिया की शादी तब पूरी समझो जब समधी के साथ गले मिल के अंतिम भेट पूजा हो जाए) |
फिलहाल तो फर्रुखाबाद सदर विधानसभा से विजय सिंह के क्षेत्र में उतरने के संकेत से से उर्मिला, मेजर, नागेन्द्र और लुईस सबकी रणनीति में हलचल होना स्वाभाविक है| आखिर जाट बिरादरी का वजय सिंह जिसकी जाति के जिले में 50 आदमी भी दिखाई नहीं पढ़ते 50 -60 हजार वोट पता है| क्या मुसलमान क्या ठाकुर, क्या दलित क्या पंडित, अगड़ा पिछड़ा कोई उसका चाचा है किसी का वो चाचा है उसे क्या क्या नहीं मिलता| नागेन्द्र शाक्य को जरूर ये सुन सकून हुआ की उस्ताद निर्दली उतरेगा, बोले तब कोई बात नहीं पार्टी होगी तो दिक्कत आएगी|
नगला कलार बढ़पुर से जेएनआई सम्वाददाता आदेश की खबर पर आधारित रिपोर्ट|