फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) श्मसान घाट पर मृतक पंजीकरण के नाम पर अबैध वसूली का खेल सालों से चल रह है| शवों को लेकर जानें वाले लोगों से अबैध वसूली का मृतक पंजीकरन के नाम पर की जाती है| जिसका महीनों में लाखों में एक अनुमान के अनुसार 5 लाख रूपये महीने की वसूली का खेल किया जा रहा| रशीद 151 की और वसूली 700 रूपये प्रति शव के हिसाब से किये जानें का आरोप है| मामले में फर्रुखाबाद विकास मंच के सक्रिय होनें से पोल खुली| पुलिस नें वसूली ना करनें की चेतवानी दी है|
थाना कादरी गेट के पांचाल घाट स्वर्ग धाम पर तकरीबन एक दशक से ‘मृतक पंजीकरण कच्ची रशीद’ के नाम दान स्वरूप 151 रूपये लेनें होते है| वह भी मृतक के स्वजनों की अपनी मर्जी पर होता है| लेकिन मृतक के परिजनों को मृतक का मृत प्रमाण पत्र इसी रशीद से बनने की बात बताकर बड़ी रकम ठगी जा रही है | फर्रुखाबाद विकास मंच के जिलाध्यक्ष भईयन मिश्रा पांचाल घाट पंहुचे| उनके किसी परिचित महिला सुखरानी पत्नी रामआसरे निवासी भोपतपट्टी श्याम नगर की मौत पर उनके परिजनों से भी 700 रूपये की अबैध वसूली की गयी| भईयन मिश्रा नें मामले की सूचना थानाध्यक्ष आमोद कुमार को दी| जिसके बाद पुलिस मौके पर पंहुची पुलिस आने की भनक से मौके पर मौजूद लोग फरार हो गये |
बात करें आंकड़ो की तो 151 प्रति शव के हिसाब से रशीद काटी जाती है और यदि 20 शव एक दिन में आते है तो एक दिन की आमदनी 3,020 रूपये बनती है| जो साल के हिसाब से 10,87,200 रूपये हो रही है| महीने की तकरीबन एक लाख है| जिस तरह से 151 रूपये की जगह से प्रति शव लगभग 700 रूपये अवैध वसूली का आरोप लगा है उस हिसाब से 20 शवों से एक दिन में 14 हजार रूपये की वसूली तो महीने का 4 लाख 20 हजार और साल में 51 लाख 10 हजार रूपये उगाही हो रही है| यह वह वसूली है जिसका कहीं लेखाजोखा नही है! रशीद पर भी कोई सील मोहर नही लगायी गयी|
रशीद काटने वाली कमेटी के अध्यक्ष आरके वाजपेयी नें फोन पर बताया कि 151 रूपये दान में लिए जाते है| उनके पास कोर्ट का स्टे है जिसमे कहा कि इन्हे कार्य करने से ना रोंका जाये | अवैध बसूली उनके लोगो के द्वारा नही की जाती है | वह पुलिस से बात करेंगे | आये हुए पैसे का हिसाब न्यायालय में देते हैं| मामला न्यायालय में विचाराधीन है|
कादरी गेट थानाध्यक्ष आमोद कुमार सिंह ने बताया कि वसूली अबैध रूप से की जा रही थी| जिसको नही होनें दिया जायेगा| चौकी इंचार्ज को निर्देश दिये है|