फर्रुखाबाद: आशा की लापरवाही के कारण लोहिया अस्पताल के गेट पर ही गर्भवती महिला का प्रसव हो गया| बच्चे की किलकारी गूंजने पर वहां भीड़ लग गयी|
शहर कोतवाली के ग्राम सोता बहादुरपुर निवासी अनिल की गर्भवती पत्नी नूरी को उसकी माँ बानों बेगम, जेठानी नवीसा, चचिया सास नन्हीं व आशा नीतू टैम्पो से लेकर सायं लोहिया अस्पताल जा रही थी| जब टैम्पो अस्पताल के उत्तरी गेट से गुजर रहा था तभी नूरी को प्रसव हो गया|
जन्म लेते ही नवजात बच्चे ने किलकारी भरी तो वहां देखने वालों की भीड़ लग गई| महिलओं ने टैम्पो में पर्दा करके प्रसव कार्य निबटाया| महिलायें स्ट्रेचर लेने के लिए महिला अस्पताल गयीं लेकिन उनको स्ट्रेचर नहीं दिया गया| १० मिनट बाद एक कर्मचारी ने आकर बताया कि महिला को पश्चिमी गेट से लाओ| तब टैम्पो को उधर ले जाया गया|
आशा बहुएँ अक्सर गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव कराने का प्रयास नहीं करती हैं बल्कि मानदेय के प्रयास में खानापूरी करती हैं|