गुरु पूर्णिमा पर गंगा में लगाई आस्था की डुबकी,गूंजे हर-हर गंगे के उद्घोष

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता)  रविवार को गुरु पूर्णिमा का त्योहार धूमधाम और आस्था के साथ मनाया गया। भोर से ही भक्तों की भीड़ गंगा तट पर देखी गई। स्नान के बाद दान-पुण्य का दौर चला। पुलिस प्रशासन भी सतर्क दिखा। मंदिरों में भी पूजन-अर्चन हुए।
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार हर साल के आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। आज यह पर्व मनाया जा रहा है। शहर के पांचाल घाट गंगा तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । यहां से नहान के बाद श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया। इसके बाद लोग अपने-अपने गुरुओं के पास शीष नवाने पहुंचे। वहीं, घरों में भी गुरु-पूजन हुआ।इस दौरान शिव विधि-विधान से पूजे गए।
आचार्य सर्वेश कुमार शुक्ल नें बताया कि गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है। इस दिन, शिष्य अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनके ज्ञान और मार्गदर्शन के लिए उनका सम्मान करते हैं। गुरु पूर्णिमा भारत में अपने आध्यात्मिक गुरु के साथ-साथ अकादमिक गुरुओं के सम्मान में उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाने वाला पर्व है। 
पुलिस की रही कड़ी निगेहवानी
गुरु पूर्णिमा पर मार्गों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की निगेहवानी रही | जिससे भीड़ होनें के बाबजूद भी जाम के हालात नही बने | बड़े वाहनों के आवागमन पर ही रोंक लगा दी गयी थी|