फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) गंगा अवतरण दिवस (गंगा दशहरा) पर रविवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। भोर से ही श्रद्धालुओं के गंगा तट पर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। चिलचिलाती धूप और 45 डिग्री से अधिक तापमान की परवाह किए बिना श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में स्नान कर दान-पुण्य किया |बच्चों की दीर्घायु के लिए सूर्यदेव का अर्घ्य अर्पित किए। प्रसाद का वितरण किया गया है।
शहर के पांचाल घाट समेत अन्य गंगा घाटों पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों की संख्या में श्रद्धालु पंहुचे| हर-हर गंगे के जयघोष के साथ ब्रह्म मुहूर्त में शुरू हुआ स्नान का सिलसिला दिन भर चलेग। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अघ्र्य देने के साथ दान-पुण्य कर मंगलकामना की।
जगह-जगह भंडारे और सरबत वितरण
शहर के जगह-जगह प्याऊ लगाकर राह चलते लोगों को मीठे जल का वितरण किया। भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरित किया। गंगा के धरती पर अवतरित होने की कथाओं को सुना गया। आचार्य पंडित सर्वेश कुमार शुक्ल ने बताया कि मां गंगा पृथ्वी पर राजा भगीरथ की कठिन तपस्या से अवतरण हुआ था। अपने पूर्वजों की मुक्ति के लिए तपस्या की थी। गंगा जल से स्नान कर दान करना बहुत शुभ माना जाता है।