मौत को दिया दगा! लेकिन पंचर व्यवस्था से टूटी सांसे

FARRUKHABAD NEWS


फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) पत्नी से विवाद के चलते मजूदर नें फांसी लगाकर जान दे देनें के लिए फांसी लगा ली, लेकिन उसके बाद भी उसने मौत को दगा दे दिया| परिजनों नें जब एम्बुलेंस को फोन किया | एम्बुलेंस उसे सीएचसी लेकर निकली लेकिन रास्ते में वह पंचर हो गयी | एम्बुलेंस लगभग एक घंटे बाद सीएचसी पंहुची लेकिन तब तक मरीज की सांसे धीरे-धीरे थम गयी|
दरअसल थाना अमृतपुर के ग्राम पूर्वी अमैयापुर निवासी 30 वर्षीय नीलेश कश्यप पुत्र हेमराज मजदूरी का कार्य करता था | बीते तीन दिन से उसका पत्नी बबली से विवाद चल रहा था | जिसके चलते बबली अपने मायके कछियाली पाली हरदोई चली गयी| नीलेश सुबह मजदूरी पर चला गया और शाम को वापस घर आया| उसने अपनी पत्नी की नीली साड़ी से छत के पंखे के कुंडे में फांसी लगा ली| फंदे पर झूलने के दौरान अचानक नीलेश नीचे गिर गया | आवाज सुनकर नीलेश की भाभी रीना नें थाना पुलिस को सूचना दी| बताया गया कि नीचे गिरनें के बाद वह जिन्दा था| थानाध्यक्ष मिनेश पचौरी व दारोगा रमा शंकर पांचाल मौके पर पंहुचे और 108 एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया| ईएमटी राजेश नीलेश को लेकर सीएचसी के लिए निकला| लेकिन एक किलोमीटर चलने के बाद ही एम्बुलेंस पंचर हो गयी| जिसके बाद गाड़ी ठीक करनें में लगभग एक घंटा लग गया| लगभग 8:44 शाम को उसे सीएचसी लाया गया जहाँ चिकित्सक नें उसे मृत घोषित कर दिया|