फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)गुरुवार को दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने के कारण कड़ाके की ठंड से लोग बेहाल हो गये। सुबह शीतलहर कोहरे की चादर ओढ़कर आई। कोहरे ने दिनभर सूर्य की किरणों को भी धरती पर नहीं उतरने दिया, जिसके चलते लोग ठिठुरन से कांपते रहे।
लगातार बढ़ रही ठंड ने गुरुवार को बेरहमी दिखानी शुरू कर दी। कोहरे के साथ शीत लहर ने लोगों को घरों में दुबके रहने को मजबूर कर दिया। ठिठुरन वाली ठंड का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों व बुजुर्गों पर पड़ रहा है। ठंड से बचाव के लिए राहगीरों को अलाव ही एकमात्र सहारा नजर आ रहे थे। बाजारों में प्रमुख सड़कों के किनारे कई स्थानों पर लोग अलाव से हाथ सेंककर ठंड से बचाव करते नजर आए।