फर्रुखाबाद: पूर्वप्रधानों व ग्राम पंचायत अधिकारियों पर मध्याह्न भोजन योजना के निकल रहे 4.42 करोड़ रुपये बकाया की धनराशि की वसूली के लिए शीघ्र आरसी जारी की जायेगी| जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. कौशल किशोर ने बताया कि कुछ नए प्रधान भी इस परिधि में आ रहे हैं, उके विरुद्ध भी वसूली हेतु लिखा जाएगा|
विदित है कि अप्रैल 2009 से अब तक मध्याह्न भोजन योजना की कनवर्ज़न कास्ट के अवशेष 4.42 करोड़ रुपये की धनराशि की वसूली के लिए जिला स्तरीय टास्क फ़ोर्स में आदेश जारी हुए हैं। उल्लेखनीय है कि 2009 व 10 में स्कूलों में भोजन पकवाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के लिए 2.69 रुपये तथा उच्च प्राथमिक के लिए 4.03 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से परिवर्तन लागत (कनवर्जन कास्ट) दी गयी। इसके साथ ही खाद्यान्न के रूप में गेहूं व चावल दिया जाता है। परिवर्तन लागत 2010 तक प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी के खाते में भेजी जाती थी। छात्रों की संख्या के हिसाब से मार्च 2009 तक ही जिले में 4.42 करोड़ रुपये बकाया निकल रहा है। पंचायत चुनाव से पूर्व भी यह मामला उठा था तब तत्कालीन जिलाधिकारी को इन प्रधानों के अधिकार सीज करने क लिए पत्रावली भेजी गई थी, परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई| विगत सप्ताह 18 मई को टास्क फोर्स की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई। आरसी जारी किये जाने की भी बात कही गयी। वसूली की भनक लगते ही प्रधानों ने हिसाब में ही गड़बड़ी का आरोप लगा कर वसूली का विरोध शुरू कर दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. कौशल किशोर ने बताया कि बकाया धनराशि का हिसाब लगाया जा रहा है| वसूली हेतु शीघ्र ही फ़ाइल जिलाधिकारी को भेज दी जायेगी| उनहोंने बताया कि कुछ नए प्रधान भी बकाया की परिधि में आ रहे हैं, उनसे भी समायोजन किया जाएगा|