वाराणसी। मायावती के ऊपर यूपीए का चौतरफा वार दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। वाराणसी में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन के बाद हुई रैली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मायवती को जमकर कोसा। लेकिन जब अपने दामन पर दाग लगने की बात आयी तो बोलीं, “जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते।” जी हां कुद इसी अंदाज में सोनिया ने मायावती को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए ललकारा।
सोनिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश अंधेर नगरी बन गया है, कानून का राज खत्म है, चारों तरफ भ्रष्टाचार, अन्याय, अपराध और नरसंहार हो रहा है। कुछ पार्टियों ने केंद्र पर भ्रष्टाचार में लिप्त। जिनके घर शीषे के होते हैं दूसरों पर पत्थर नहीं मारते। आप ने देखा होगा कि हमारी केंद्र सरकार ने जितनी सख्ती से कदम उठये क्या एनडीए ने सख्ती बरर्ती नहीं। बिलकुल नहीं। यह सिर्फ हम ने उठाये।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के लोगों का दु:ख दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। हाल ही में गौतमबुद्ध जिले में किसानों के साथ जो बर्बता हुई, उससे सभी शर्मिंदा हैं। यूपी में किसानों को लूटने की जबर्दस्त साजिश चल रही है। और ये सब हम कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं। प्रदेश के लोग इस भयंकर परिस्थिति का ऐहसास करने लगे हैं। हम जानते हैं, कि हर क्षेत्र में जो भी विकास कार्य हुए हैं वो कांग्रेस के जमाने में हुए।
आज दशा यह है कि उद्योग बंद हो रहे हैं, सरकारी चीनी मिलें साड़ी उद्योग खत्म हो गया है। हमारे बुनकर भाईयों की दशा क्या है आप लोग जानते हैं, इसी लिए इन मुश्किलों को देख कर हम यूपीए ने 3000 करोड़ का पैकेज दिया है। उम्मीद है उससे हमारे बुनकर भाईयों को फायदा होगा। बुंदेलखंड को 7000 करोड़ रुपए का विशेष पैकेज दिया है। भूमि अधिग्रहण कानून भी हम जल्द ही संसद में पेश करेंगे। हम हमेशा संघर्ष करते रहे हैं और करते रहेंगे।