फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 857वीं जयंती करणी सेना ने मंगलवार को मनाई। सम्राट पृथ्वीराज चौहान के चित्र पर पुष्पअर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी। करणी सेना के जिला संयोजक ने युवाओं को महापुरुषों से सीख लेकर गलत कार्यों से दूर रहने की नसीयत दी। करणी सेना ने नगर क्षेत्र में राजपूत सम्राट के नाम से द्वार बनवाने का संकल्प लिया।
कादरीगेट तिराहा के पास स्थित राष्ट्रीय करणी सेना जिला कार्यालय पर मंगलवार दोपहर कार्यक्रम का आयोजन जिला संयोजक प्रदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में हुआ। इसमें संगठन के पदाधिकारियों ने राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर याद किया। जिला संयोजक प्रदीप सिंह राठौर ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान भारत के अंतिम हिंदू सम्राट थे। उन्होंने 12 वर्ष की आयु में ही गद्दी संभल ली थी। उनका साम्राज्य अजमेर से लेकर दिल्ली तक फैला हुआ था। उनकी शौर्य गाथा को आज के युवाओं को जाना है। आज के समय में अगर समाज का इतिहास सुरक्षित है तो उसका भविष्य भी सुरक्षित होगा। जिला संरक्षक जेपी चौहान ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान धर्म परायण राजा था। वह महाराज दशरथ के बाद एकमात्र राजा थे, जिन्हे शब्दभेदी बाण भी चलाना आता था। इस दौरान सत्यम सिंह, शिवदेश सिंह, सत्यभान सिंह, अरुण प्रताप समेत अन्य लोग मौजूद रहे।