फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) संकुल शिक्षकों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, फिर भी उन्हीं से काम लिया जा रहा है। दोहरा काम लिए जाने से नगर क्षेत्र के संकुल शिक्षकों ने पद से त्यागपत्र नगर शिक्षा अधिकारी को दे दिया। उन्होंने नगर शिक्षा अधिकारी को दिए त्यागपत्र में कहा कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी उनसे नियम विरूद्ध काम कराया जा रहा है। इससे वह परेशान है। वह नियम विरूद्ध काम नहीं कर सकते हैं।
विभागीय सूचनाओं और योजनाओं का आदान प्रदान करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग में न्याय पंचायत स्तर पर संकुल शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं। इनका कार्यकाल दो साल का होता है। संकुल शिक्षकों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, फिर भी विभागीय अफसर उनसे नियम विरूद्ध संकुल शिक्षक का काम ले रहे हैं। इसको लेकर नगर क्षेत्र के संकुल शिक्षक मोहन प्रकाश द्विवेदी, उपासना कटियार, दीपक शर्मा, नीता पाल और रेशमआरा ने पद से त्यागपत्र दे दिया है। इसमें कहा कि तीन साल से न्याय पंचायत नगर क्षेत्र में कार्यरत है। वह सभी दायित्वों, सूचनाओं के आदान प्रदान, दीक्षा, डीबीटी, यूडायस प्लस, मिशन प्रेरणा पोर्टल, निपुण भारत, डीसीएफ योजनाओं के कार्य बिना विद्यालय छोड़े करते हैं। विद्यालय में शिक्षण कार्य भी कराते हैं। इसके बावजूद न्याय पंचायत स्तर की सभी विभागीय बैठकों में संकुल शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई। इससे मानसिंह, आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रह है। इस कारण विद्यालय का शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। समय पर काम न होने पर संकुल शिक्षकों से जबाव मांगा जाता है। जो अनुचित है। शासनदेश के तहत संकुल शिक्षकों का कार्यकाल दो साल है। यह समय समाप्त हुए एक साल हो गया है, अभी तक संकुल शिक्षक चयन की कार्रवाई नहीं की गई। नियम विरूद्ध उनसे काम लिया जा रहा है। जिसको करने में हमलोग असमर्थ हैं। इस कारण सामूहिक तौर पर त्यागपुत्र दे रहे हैं।