कोलकाता। 34 साल बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने लेफ्ट फ्रंट को जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया है। जीत के बाद लोगों का अभिवादन स्वीकर करने आई ममता बनर्जी के चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी। यह खुशी उन्हें अपनी जीत की नहीं बल्कि अपनी जनता को एक निरंकुश शासन से आजाद करने की थी। लोगों का अभिवादन स्वीकार करते करते अचानक वह बोल पड़ी कि ये जीत मां, माटी और मानुष की है। आपको बताते चलें कि टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने अपने अकेले दम पर लेफ्ट का सूफड़ा साफ कर 294 सीटों में 214 सीटों पर कब्जा कर लिया है।
जीत के बाद लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के लिये घर से बाहर निकलीं ममता बनर्जी ने कहा कि मैं इस जीत के लिये पश्चिम बंगाल के लोगों की आभारी हूं, जिन्होंने मुझपर भरोसा दिखाते हुए अपना प्यार और समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि इस जीत से मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फोन कर जीत पर खुशी जताई है। राजनीतिक पार्टी के लोग उनको फोन कर जीत की बधाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीत पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी बधाई दी है।
ममता ने कहा कि ये जीत लेफ्ट फ्रंट के 34 साल के निरंकुश शासन के खिलाफ है। ये लोकतंत्र की जीत है। जन शक्ति की जीत है। इस जीत को ममता ने रविंद्र नाथ टैगोर और बंगाल के जनता को समर्पित करते हुए कहा कि लोग अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। वहीं बंगाल में सूत्रों का कहना है कि ममता कांग्रेस को दरकिनार नहीं करेंगी। कांग्रेस को सरकार में शामिल होने के लिए न्योता दिया जा सकता है।