फीलगुड दिखाने में जुटे नगर पालिका चेयरमेन

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद: नगर निकाय चुनाव को नजदीक आते देख अपने चेयरमेन साहब इस समय फील गुड दिखाने में लगे हैं| जैसा की राजग सरकार ने किया था| फर्क सिर्फ इतना है कि वह सम्पूर्ण देश का मामला था और यह केवल एक नगर पालिका का|

पूरे 05 वर्ष के कार्यकाल में शुरुआत के दो साल तो बजट बनाने और लाने में लग गए| तीसरे वर्ष से सही मायने में विकास के कुछ काम दिखाई पड़े| चौथे वर्ष में वही पेवर ब्रिक की गलियां बनी, स्ट्रीट लाईट के लिए सी ऍफ़ एल की खरीद फरोख्त हुई, बड़ी मशीने खरीदने का सिलसिला शुरू हुआ| और मनोज अग्रवाल की अध्यक्षी के इस कार्यकाल के अंतिम वर्ष चुनावी विकास कार्य शुरू हुआ| हमारे एमएलसी व पालिका चेयरमेन मनोज अग्रवाल साहब उन गलियों व सड़कों पर अपने नाम का पत्थर लगवाकर उदघाटन करके जनता का पूरा भरोसा जीतने का प्रयास कर रहे हैं| ये वर्ष मनोज अग्रवाल के कामो के आंकलन का होगा| नेता बताएगा कि सड़क नाली खडंजा उसने बनबाया और जनता कहेगी कौन सा एहसान किया| कोई घर से तो पैसा नहीं लगाया| जनता की कमाई के टैक्स का पैसा खर्च किया गया| आखिर विकास कार्यो में किसके खून पसीने की कमाई लगी है| कौन नहीं जानता चुनाव में बेहिसाब खर्च कैसे निकाला गया| कुछ ठेकेदार बता गए रही बची दिखाई पड़ रही है|

शायद ही ऐसा कोई वार्ड हो जिसके वाशिंदे नगरपालिका के सरे दायित्वों का लुफ्त उठा पाए हों| वार्ड की मुख्य समस्याओं  पञ्च साल तक मुह बाए खड़ी रही और नगर पालिका के अध्यक्ष मंच माला माइक और सामूहिक विवाह समारोह में अपना विडियो बनबा कर कृतिम सफलता में अपनी पीठ ठोकते रहे| लगभग पूरे नगर में जलभराव एक प्रमुख समस्या बनी रही जिसको लेकर नगर निवासी बराबर धरना प्रदर्शन करते रहे हैं, अभी कल ही शांतिनगर मोहल्ले के निवासियों ने चेयरमेन साहब का पुतला जलाया है|

बिजली के झूलते तार स्पार्किंग के कारण आये दिन टूट कर गिर रहे हैं जिनसे कई हादसे हो चुके हैं और कोई भी हादसा होने की सम्भावना हर समय बनी रहती है| नगर पालिका के पास क्या इस बात का कोई जबाब है कि यदि बिजली के तारों की बजह से कहीं कोई घटना घटित होती है तो उस पर काबू पा लिया जायेगा?

नगर में बनी टंकियों के पानी में क्लोरीन या ब्लीचिंग पाउडर कबसे नहीं मिलाया गया है इसका कोई रिकार्ड शायद नगर पालिका के पास नहीं मिलेगा| लोगों कि जिन्दगी के साथ ऐसा भद्दा मजाक कब तक चलेगा कहा नहीं जा सकता| यह तो उन टंकियों की बात है जिन कुछ एक टंकियों से पानी की सप्लाई हो रही है नहीं तो ज्यादातर टंकियां सिर्फ ठेकेदारों की जेब भरने के लिए ही बनवाई गईं हैं उनसे पानी नहीं आता| ऐसे सफ़ेद हाथी किस काम के जनता प्यासी मरती रहे और जनता के पैसे पानी के नाम पर पानी की तरह बहाए जायें|

कई गली मोहल्लों में बने नालों की सफाई वर्षों से नहीं की गई है जिनकी गंदगी से मच्छर और तमाम तरह की बीमारियां हर समय लोगों को घेरे रहतीं हैं| हाँ तीज त्यौहार में नगर में चूना जरुर डलवाया गया लेकिन नगर पालिका अपने इस प्रमुख दायित्व के प्रति भी लापरवाह ही नजर आयी है|

इसी प्रकार की अनेकों परेशानियां पूरे नगर की जनता उठा रही है और नगर पालिका चेयरमेन फील गुड दिखने में मशगूल हैं| लोग नगर में किस हाल में जीवन बसर कर रहे हैं जानने के लिए पढ़ते रहें JNI पर प्रत्येक वार्ड की नगर परिक्रमा|