फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी रिगजिन सेम्फेल व पुलिस अधीक्षक ओपी सागर ने लोहिया अस्पताल पहुंचकर डाक्टर व फार्मासिष्ट को जमकर हड़काया| जेल जाने की नौबत देख कर्मचारियों ने आपातकालीन स्वास्थ्य सेवायें ६ घंटे बाद चालू कर दीं|
डीएम व एसपी अपरान्ह २ बजे लोहिया अस्पताल इमरजेंसी गेट पर पहुंचे| वहां मरीजों ने उन्हें इमरजेंसी कक्ष तथा बार्ड में ताला लगा होने तथा इलाज न होने का रोना रोया| डीएम ने सीएमओ डॉ पोरवाल को हड़काया कि इमरजेंसी सेवा कैसे बंद हो गयी| लखनऊ तक खबर पहुँच गयी है सीएम के यहाँ से पूंछा जा रहा है कि इमरजेंसी बंद करने के लिए कौन डाक्टर जिम्मेदार है? उन्होंने कहा कि यदि कोई मरीज उपचार के अभाव में मर गया तो कौन जिम्मेदार होगा| डाक्टरों ने हड़ताल करके स्वयं क़ानून को हाँथ में ले लिया है|
डॉ पोरवाल ने मोबाइल फोन से हड़ताली डाक्टरों को डीएम, एसपी के आने की जानकारी देते हुए आने को कहा| पुलिस अधीक्षक श्री सागर ने नगर मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि रिपोर्ट दर्ज कर डाक्टरों को गिरफ्तार कर लेना चाहिए था| डाक्टरों ने अपने बाप का अस्पताल समझ रखा है|
जिलाधिकारी ने डॉ नरेन्द्र कुमार को हडकाते हुए तुरंत इमरजेंसी खुलबाकर कार्य शुरू करने को कहा| डीएम के हड़काने पर इमरजेंसी कक्ष के साथ ही बार्ड के ताले खोले गए| डॉ पीएस शर्मा ने डीएम व एसपी को अस्पताल की समस्याएं बताते हुए सुरक्षा व्यवस्था के लिए चौकी खुलवाये जाने की मांग की|
फार्मासिष्ट सचान पर गिरेगी गाज
डीएम ने बताया कि LIU की रिपोर्ट है कि फार्मासिष्ट सचान ने डाक्टरों को हड़ताल करने के लिए उकसाया है सचान के चक्कर में फार्मासिष्ट अकलीम डांट खा गए| डीएम के बुलाने के बावजूद करीब आध घंटे तक श्री सचान नहीं पहुंचे| उन्होंने चलते समय कहा कि सचान की नौकरी नहीं बचेगी|
अस्पताल में खुलेगी पुलिस चौकी
एसपी ने अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी खोले जाने की मंजूरी दी| तो डॉ पोरवाल ने रैन बसेरा आदि भवन उपलब्ध कराये जाने का वायदा किया|